Patna - नाबालिग लड़कियों के गुमशुदगी का मामला राजधानी पटना में तेजी से बढ़ रहा है इसमें कई मामला तो प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ मिल रहा है लेकिन कई ऐसे मामले मिल रहे हैं जो ह्यूमन ट्रैफिक से जुड़े हुए हैं. इसमें नाबालिक को कई तरह का प्रलोभन देखकर गिरोह के सदस्य घर से भगा लेते हैं और बाद में उसे दूसरे जगह पैसे लेकर भेज देते हैं. यही वजह है कि जिस घर की नाबालिक बच्ची गायब है वह परिवार काफी परेशान है. कई केस में पुलिस की तरफ से परिवार को अपेक्षित हेल्प मिलता है लेकिन कई मामलों में पुलिस की लापरवाही भी सामने आती है जिसमें कई तरह का बहाना बनाकर शिकायत पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाती है.
ऐसा ही एक मामला राजधानी पटना के बेउर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जिसमें आरपीएस ब्रह्मपुरा की कक्षा 8 की छात्रा 1 दिसंबर से ही लापता है. वह कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी और उसके बाद वापस नहीं लौटी है. छात्रा के मामा चंदन कुमार ने बेऊर थाना में आवेदन देकर सहयोग की गुहार लगाई है. इस मामले में स्कूल से ही जुड़ा हुआ एक ड्राइवर बबलू का नाम आया है, जिसके साथ छात्रा को बाइक पर सवार होकर जाते हुए देखा गया था. बबलू नामक वह ड्राइवर भी गायब है. लड़की का मोबाइल जहां लगातार बंद आ रहा है वही बबलू नमक ड्राइवर का लोकेशन कभी कोलकाता तो कभी दिल्ली शो कर रहा है. पटना पुलिस की एक टीम दिल्ली भी गई थी पर वहां से खाली हाथ उसे लौटाना पड़ा है. पुलिस की टीम लगातार प्रयास करने का दावा कर रही है पर अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है, यही वजह है कि गायब छात्र के परिवार लगातार परेशान है उन्हें आशंका है कि बबलू नामक ड्राइवर ह्यूमन ट्रैफिकिंग गिरोह से जुड़ा हुआ है और वह नाबालिक लड़कियों को यहां से बहला फुसला कर ले जाकर दूसरे शहरों में बेच देता है. यही वजह है कि बबलू अपना लोकेशन लगातार बदल रहा है लेकिन छात्रा का कुछ पता नहीं चल पा रहा है. वहीं बबलू के स्कूल से जुड़े होने के बावजूद प्रबंधन इस मामले में कुछ सहयोग नहीं कर रहा है.
बताते चलें कि इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि जुलाई से लेकर 10 दिसंबर तक राजधानी पटना में इस तरह के 200 से ज्यादा गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई गई है, पिछले 5 माह में अकेले शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में 38 मामले की शिकायत हुई है जबकि जक्कनपुर में 23, गर्दनीबाग में 22, रामकृष्ण नगर में 18,राजीव नगर में 18, रूपसपुर में 16, बुद्धा कॉलोनी में 15, गांधी मैदान में 10,दीघा थाने में 9,कंकड़बाग में 9, कदम कुआं में 8, पत्रकार नगर में 8, पाटलिपुत्र में 7, कोतवाली में 6, पीरबहोर में 6 और अन्य थाना में भी कई मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से 10 फ़ीसदी मामले का निपटारा भी पुलिस की टीम नहीं कर पाई है,जबकि इससे ज्यादा कहीं ऐसे मामले हैं जिनकी शिकायत विभिन्न वजहों से थाने में नहीं की गई है.