बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत को मिली हार के बाद BCCI यानि कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अब फुल फॉर्म में है. इसके साथ ही खिलाड़ियों पर तमाम पाबंदियों को भी लगाने की तैयारी में है. खबर की माने तो, खिलाड़ियों के लिए कुछ नए और कुछ पुराने नियमों को फिर से लागू करने के बारे में सोच रहा है. उदाहरण के तौर पर बड़ी सीरीज या टूर्नामेंट के दौरान पत्नी, गर्लफ्रेंड या परिवार क्रिकेटरों के साथ नहीं ठहरेगा. याद दिला दें कि, कोविड 19 से पहले ये नियम बीसीसीआई ने लागू किया था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया. इसके अलावा भी कई और नियमों में बदलाव देखने को मिल सकता है और कुछ नए नियम खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ पर लागू किए जा सकते हैं.
बता दें कि, BCCI इंग्लैंड के खिलाफ करीब दो महीने लंबी टेस्ट सीरीज से पहले कुछ नए और पुराने नियमों को लागू कर सकती है. इधर, इंडिया टुडे की रिपोर्ट की माने तो, इनमें सबसे बड़ी पाबंदी खिलाड़ियों के लिए यह है कि वे अपने परिवार को 45 दिन या इससे ज्यादा लंबे टूर्नामेंट या सीरीज के दौरान साथ नहीं रख सकते. ज्यादा से ज्यादा दो सप्ताह ही पत्नी या परिवार खिलाड़ियों के साथ रह सकता है. यदि दौरा या इवेंट छोटा है तो परिवार और पार्टनर सात दिन से ज्यादा सेम होटल में नहीं ठहरेगा. इसके अलावा बोर्ड ने अब सभी को यह स्पष्ट कर दिया है कि सभी खिलाड़ी टीम बस में यात्रा करेंगे. इससे टीम में एकता आएगी.
वहीं, BCCI द्वारा सुझाए गए कुछ नियम इस प्रकार हैं....
* सभी खिलाड़ियों को टीम बस में यात्रा करनी होगी.
* अगर खिलाड़ियों का सामान 150 किलो से ज्यादा है तो बीसीसीआई अतिरिक्त सामान शुल्क नहीं देगा.
* अगर कोई टूर 45 या इससे कम दिनों का है तो 7 दिन ही खिलाड़ी अपने परिवार को साथ रख सकता है.
* मुख्य कोच का निजी मैनेजर नहीं करेगा टीम बस में यात्रा। वीआईपी बॉक्स की भी नहीं इजाजत .
* अगर टूर्नामेंट या सीरीज 45 या उससे ज्यादा दिनों तक चलती है तो परिवार को खिलाड़ियों के साथ सिर्फ 14 दिन रहने की इजाजत होगी. पूरे टूर्नामेंट या सीरीज में पत्नियां भी खिलाड़ियों के साथ नहीं रहेंगी.