पटना: बिहार में गहन मतदाता पुनरीक्षण के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर दावा और आपत्ति दायर करने वाली राजनीतिक पार्टियों में अब भाजपा का भी नाम जुड़ गया है। भाजपा ने 31 अगस्त की सुबह 10 बजे से 1 सितंबर के 10 बजे तक में 16 लोगों का नाम मतदाता सूची से काटने के लिए आवेदन दिया है। भाजपा के द्वारा दायर इन दावा और आपत्तियों के बाद अब चुनाव आयोग के पास राजनीतिक दलों की तरफ से कुल 144 आवेदन निर्धारित प्रारूप में मिला है। गहन मतदाता पुनरीक्षण के बाद जारी ड्राफ्ट रोल से नाम हटाने या जोड़ने के लिए अब तक सबसे अधिक सीपीआई एमएल ने 118 आवेदन जमा किया है जबकि राजद ने 10 और अब भाजपा ने अंतिम दो दिनों में 16 आवेदन निर्धारित प्रारूप में जमा किया है।
चुनाव आयोग को प्राप्त कुल 144 आवेदनों में से अधिकतम नाम हटाने के लिए दायर किया गया है, नाम जोड़ने के लिए सीपीआई एमएल की तरफ से 15 आवेदन और राजद की तरफ से 10 आवेदन दायर किये गए हैं जबकि अन्य सभी आवेदन नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए दायर किये गए हैं। बता दें कि गहन मतदाता पुनरीक्षण के बाद मतदाता सूची का ड्राफ्ट रोल जारी किये जाने के बाद चुनाव आयोग ने एक अगस्त से एक सितंबर तक के लिए दावा और आपत्ति जमा करने का समय निर्धारित किया था लेकिन विपक्ष इस समय सीमा को कम से कम दो सप्ताह आगे बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
सोमवार को इन याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग ने खुद ही स्पष्ट कर दिया कि वह दावे और आपत्तियां नामांकन के अंतिम दिन तक स्वीकार करेगा जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने बिहार राज्य विधिक प्राधिकार को एक निर्देश जरी किया कि वे अपने सभी अर्ध-कानून स्वयंसेवकों को मतदाताओं और राजनीतिक दलों को दावा और आपत्ति जमा करने में मदद करे।
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