Purnia : किलकारी बिहार बाल भवन पटना द्वारा संचालित बाल रंग यात्रा के अंतर्गत किलकारी बिहार बाल भवन पूर्णिया में सुप्रसिद्ध बाल नाटक “गोपी गवैया बाघा बजैया” का मंचन किलकारी पटना के प्रशिक्षक अभिषेक राज के निर्देशन में किया गया। जिसमें मुख्य रूप से कुल 18 लड़के -लड़कियों द्वारा नाटक की प्रस्तुति की गई, जो इस प्रकार है| प्रिंस कुमार, अर्नव, सोनू ,रोशन , जीतू, यिशु निखिल, केशव, निशा, मानसी, रागिनी, रिया, श्रेया, अमित कोमल शिवांगी सरोज ने निभाया| स्काउट और गाइड के रूप में पटना बाल भवन किलकारी के रिसोर्स पर्सन के रूप मे सुधीर जी द्वारा नेतृत्व की गई| जिसमें सभी प्रशिक्षक एवं कर्मी ने इस नाटक मंचन कार्यक्रम को सफलतापूर्वक बनाने में योगदान दिया| सर्वप्रथम इन सभी बच्चों का पूर्णिया किलकारी बिहार बाल भवन बच्चे और कर्मी के द्वारा पुष्प और तिलक लगाकर स्वागत की गई| यह नाटक पटना बाल भवन की नाट्य विधा से जुड़े बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें बाल कलाकारों की जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक त्रिदीप शील जी ने बताया कि बाल रंग यात्रा का उद्देश्य है राज्य के नौ प्रमंडलीय बाल भवनों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान और रचनात्मक विकास को बढ़ावा देना हैं। इस श्रृंखला की यह प्रस्तुति नाटक, संगीत और संवाद की त्रिवेणी बनकर उभरी, जो बच्चों की प्रतिभा और उनकी सृजनात्मक शक्ति को दर्शाती है।
"गोपी गवैया बाघा बजैया" एक हास्य-व्यंग्यपूर्ण बाल नाटक है, जो मित्रता, विश्वास और सहज जीवन के मूल्यों को रोचक ढंग से प्रस्तुत करता है। बच्चों के जीवंत अभिनय, रंगमंचीय सज्जा और तालमेल ने दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के साथ खूब सराहना बटोरी।
कार्यक्रम के अवसर पर बाल भवन पूर्णिया में सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय के छात्र एवं छात्राएं तथा शिक्षक/शिक्षिका एवं, अभिभावक, एवं स्थानीय कलाप्रेमी उपस्थित रहे।
पूर्णिया से रोहित कुमार की रिपोर्ट