Patna - बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित 70 वीं PT परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की मांग को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन चल रहा है. पटना के गर्दनीबाग में अभ्यर्थी सत्याग्रह पर बैठे हैं तो जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर हैं, वहीं पप्पू यादव समेत कई राजनीतिक दल के नेताओं और छात्र संगठनों ने आज बिहार के अलग-अलग जगह पर सड़क पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन किया है, और परीक्षा रद्द करने की मांग की है, वहीं सरकार और बिहार लोक सेवा आयोग अपने निर्णय पर कायम है और किसी भी तरह री एग्जाम की बात को सिरे से खारिज कर रहा है. हंगामा की वजह से आयोग ने पटना के बापू परीक्षा केंद्र की परीक्षा पहले ही रद्द कर दी थी, और 4 जनवरी को संबंधित परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों की परीक्षा लेने की घोषणा की थी. इस परीक्षा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है.
शनिवार को पटना के कुल 22 केंद्रों पर पुनर्परीक्षा आयोजित की जा रही है.शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा को संपन्न कराने के लिए पटना जिला प्रशासन ने बड़ी तैयारी की है। बीपीएसपी अभ्यर्थियों के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं, और किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की है.
इस परीक्षा को लेकर पटना जिला प्रशासन ने धारा-163 लागू कर दिया है। परीक्षा केन्द्रों के 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू रहेगी। सेंटर के आसपास कैफे और प्रिंटर मशीन बंद रहेंगे। 4 जनवरी को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक निषेधाज्ञा प्रभावी रहेगी। इस बीच परीक्षा केंद्रों या उसके आसपास संदिग्ध गतिविधि पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
इस परीक्षा को लेकर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न करायी जाएगी। इसके लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
नया समाहरणालय भवन स्थित सभाकक्ष में आज आयोजित ब्रीफिंग में केन्द्राधीक्षकों, दण्डाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं अन्य पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम, 1981 लागू है। यदि कोई उम्मीदवार इस उपबंध का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उक्त अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार उसके विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि परीक्षार्थियों के हित में यह आवश्यक है कि परीक्षा स्वच्छ वातावरण में एवं कदाचारमुक्त सम्पन्न हो। प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित की जाएगी कि परीक्षा केन्द्र के परिसर में किसी भी हालत में भीड़ या असामाजिक तत्व न जुटे। कदाचार की कोशिश करने या प्रश्रय देने वाले व्यक्तियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा दिनांक 04.01.2025 को एकल पाली में 12 बजे मध्याह्न से 02 बजे तक होगी। पटना जिला में यह 22 विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर हो रही है। परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों का प्रवेश सुबह 09.30 से 11.00 बजे तक होगा। 11.00 बजे के पश्चात् किसी भी परिस्थिति में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी। परीक्षा कक्ष में वीक्षक पुनः परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग कर आश्वस्त हो लेंगे कि उनके पास कोई भी वर्जित सामग्री नहीं है। परीक्षा अवधि 12 बजे से 2. बजे के बीच कोई भी परीक्षार्थी एवं वीक्षक कमरे से बाहर नहीं निकलेंगे। परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में मोबाईल, ब्लूटूथ, वाई-फाई गैजेट, इलेक्ट्रानिक पेन, पेजर, कलाई घड़ी इत्यादि जैसी इलेक्ट्रोनिक सामग्री तथा व्हाईटनर,ब्लेड,इरेजर ले जाना वर्जित है। उक्त सामग्रियों के उम्मीदवार के पास पाये जाने पर परीक्षार्थी दण्ड और अनुशासनिक कार्रवाई के भागी होंगे, जिसके तहत उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जायेगी एवं आयोग की इस परीक्षा एवं आगामी परीक्षाओं में भाग लेने से वंचित किया जा सकता है।