Aurangabad - विश्व प्रसिद्ध सूर्य तीर्थ स्थल देव में मंगलवार को नहाय खाय से लोक आस्था का चार दिवसीय कार्तिक छ्ठ शुरु हो रहा है. इससे पूर्व संध्या पर भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह देव पहुंचे। यहां पहुंचकर पवन सिंह ने त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में भगवान भास्कर को मत्था टेका। इस दौरान सूर्य मंदिर के प्रधान पुजारी राजेश पाठक ने पवन सिंह से सूर्यदेव की वैदिक मंत्रोच्चार से विधिवत पूजा अर्चना कराई।
सूर्यदेव के दर्शन-पूजन के दौरान पवन सिंह ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। प्रयास के बावजूद उन्होने मीडिया से बात नही की। पवन सिंह की अचानक से देव की यात्रा को राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि पवन सिंह 2024 का लोकसभा चुनाव काराकाट संसदीय क्षेत्र से लड़ चुके है। काराकाट संसदीय क्षेत्र में तीन विधानसभा क्षेत्र-गोह, ओबरा व नबीनगर औरंगाबाद जिले में जबकि तीन विधानसभा क्षेत्र-डिहरी, नोखा और काराकाट रोहतास जिले में पड़ते है। राजनीतिक हलको में यह भी चर्चा है कि इस बार 2025 के विधानसभा चुनाव में भी पवन सिंह काराकाट लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले कुछ विधानसभा क्षेत्र से जोर आजमाइश करने वाले है। उनकी नजर काराकाट और नबीनगर की विधानसभा सीट पर है। इन दोनों सीटों पर वें और उनकी पत्नी ज्योति सिंह चुनाव लड़ने वाली है। पवन सिंह द्वारा इन दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी भी की जा रही है।
चर्चा यह भी है कि पवन सिंह चर्चित रणनीतिकार प्रशांत किशोर के संपर्क में है और विधानसभा चुनाव का समय आने पर वें उनकी पार्टी जन सुराज पार्टी में शामिल होकर बतौर उम्मीदवार चुनाव मैंदान में उतर सकते है। पवन सिंह के आज शाम अचानक से देव आकर सूर्यदेव की पूजा-अर्चना को उनकी राजनीतिक सक्रियता से ही जोड़ा जा रहा है। इसके पूर्व लोकसभा चुनाव के दौरान भी पवन सिंह सूर्यदेव की पूजा करने देव आए थे। बीच में नबीनगर में चर्चित छात्रा हत्याकांड के बाद भी पवन सिंह परिजनों से मिलकर मातमपुर्सी करने देव आए थे। पवन सिंह के इन दौरो के साफ संकेत है कि वें लोगों को क्षेत्र में अपनी सक्रियता का संकेत दे रहे है। आज के देव दौरे के बारे में यह माना जा रहा है कि पवन सिंह ने देव आकर सूर्यदेव से राजनीति के मैदान में सफलता का आर्शीवाद मांगा है।वैसे भी यह मान्यता आम है कि कार्तिक और चैत माह के छठ पर्व के दौरान देव आकर मन्नत मांगने वाले भक्तों की सूर्यदेव हर मनोकामना को पूरा किया करते है। लोकसभा चुनाव के वक्त जब पवन सिंह देव आए थे तो उस वक्त कार्तिक या चैत का महीना नही था लेकिन इस बार पवन सिंह कार्तिक माह में सूर्यदेव से मन्नत मांगने देव आए है।
औरंगाबाद से गणेश की रिपोर्ट