Patna : बिहार की राजधानी पटना में सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर छात्रों में आक्रोश देखा गया। आज बुधवार की सुबह पटना कॉलेज से शुरू हुआ छात्रों का प्रदर्शन शहर के प्रमुख मार्गों तक पहुंचा। हजारों छात्रों ने “वोट दे बिहारी, नौकरी ले बाहरी, अब नहीं चलेगा” जैसे नारे लगाते हुए बिहार सरकार से नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग की। बिहार की नौकरियों पर बिहारियों का हकछात्र संगठनों, विशेष रूप से छात्र नेता दिलीप कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं। छात्रों का मांग है कि, सरकारी नौकरियों में 90% और प्राथमिक शिक्षा में 100% डोमिसाइल नीति लागू हो। उनका कहना है कि, बिहार में बेरोजगारी और युवाओं का पलायन बढ़ रहा है। क्योंकि स्थानीय लोगों को नौकरियों में प्राथमिकता नहीं मिल रही। प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि, वहां डोमिसाइल नीति लागू होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल रहा है।
प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पटना प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। जेपी गोलंबर और अन्य प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड्स भी लगाए गए है। लेकिन, छात्रों ने मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने की कोशिश की। प्रशासन ने प्रदर्शन को अनधिकृत बताते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
लॉयन ऑर्डर डीएसपी ने कहा कि, प्रतिबंधित क्षेत्र है प्रदर्शन करना है तो प्रदर्शन के लिए गर्दनीबाग धरना स्थल बनाया गया है। डाकबंगला चौराहा पर भारी संख्या में लगाकर प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक दिया है। वहीं वाटर केनन भी तैनात किया गया है। इस दौरान भारी संख्या में पटना के डाकबंगला चौराहा पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।