Bettiah : बेतिया में स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है । बेतिया जिला मुख्यालय में वह भी जिला के सबसे बड़े अस्पताल के 500 मीटर के दायरे में कई बिना डिग्रीधारी चिकित्सक अपना बड़ा-बड़ा बोर्ड लगाकर दलालों के माध्यम से अवैध नर्सिंग होम चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सभी आलाधिकारीयों का मुख्यालय है। वहीं, दलालों की मनमानी के कारण आज एक और गर्भवती महिला की जान चली गई। यह मामला शहर के मित्रा चौक स्थित न्यू पारस हॉस्पिटल एवं नर्सिंग होम का है। जहां बिना डिग्रीधारी वाले डॉक्टर हामिद अली और उनकी पत्नी शमा साबरिन के गलत इलाज से प्रसूता रश्मि कुमारी पत्नी चंदन कुमार, ग्राम लौरिया निवासी की मौत हो गई। वहीं नवजात की भी मौत हो गई। घटना के बाद दोनों आरोपी चिकित्सक मौके से फरार हो गए।
जानकारी मिलते ही, सिविल सर्जन ने अस्पताल को सील कर दिया। जांच में सामने आया कि, यह नर्सिंग होम अवैध रूप से और बिना योग्य डॉक्टरों के संचालित हो रहा था। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि, जिले में दर्जनों अवैध नर्सिंग होम नरकटियागंज, लौरिया, मझौलिया और बेतिया में खुलेआम चल रहे हैं। आए दिन जच्चा-बच्चा की मौत हो रही है, लेकिन कार्रवाई सिर्फ जान जाने के बाद होती है। आखिर किसके संरक्षण में यह धंधा फल-फूल रहा है? स्थानीय लोगों का आरोप है कि, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की मिलीभगत से इन नर्सिंग होम का कारोबार जारी है।
गौरतलब है कि, आरोपी डॉक्टर हामिद अली एक राजनीतिक दल के प्रदेश उपाध्यक्ष भी बताए जाते हैं। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और फरार डॉक्टर दंपति की तलाश की जा रही है। वहीं, आपको बता दें कि कुछ महीने पहले नरकटियागंज मे भी एक क्वैक नर्सिंग होम डॉक्टर रमेश गुप्ता का क्लिनीक सील कर दिया गया था, जो बिना परमिशन के दुबारा खोल धडल्ले से अपना क्लिनीक चला रहे है।
बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट
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