Patna : बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी स्वर्गीय माँ हीराबेन मोदी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में NDA ने बिहार बंद का आह्वान किया। आपको बता दें कि, 4 सितंबर यानी गुरुवार को बिहार बंद का आह्वान किया गया है।
यह घटना दरभंगा में 27 अगस्त 2025 को हुई, जब यात्रा के मंच से एक कथित नाबालिग वक्ता ने प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिसे BJP ने 'मां के अपमान' के रूप में चित्रित किया। इस बंद ने बिहार में राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया, जो पहले से ही विधानसभा चुनावों की तैयारियों में उलझा हुआ है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना को अत्यंत अनुचित बताते हुए इसकी निंदा की और कहा कि ऐसी भाषा भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इसे लोकतंत्र पर धब्बा करार दिया और कांग्रेस पर नफरत की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने राजनीति को निम्नतम स्तर पर पहुंचा दिया है।
इस घटना ने बिहार में पहले से ही चल रहे मतदाता सूची संशोधन (SIR) विवाद को और भड़का दिया। NDA ने दावा किया कि, विपक्ष नकली मतदाताओं को बचाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कांग्रेस और आरजेडी ने SIR को वोटर दमन का प्रयास बताया।
इस बंद ने बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में तनाव को और बढ़ा दिया, और विधानसभा चुनावों से पहले दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया।
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