Bihar Weather : बिहार के कई जिलों में बारिश के आसार हैं। कोसी और सीमांचल के जिलों में लगातार हो रही बारिश लोगों को चिंता सता रही है। पिछले 24 घंटे में औरंगाबाद, रक्सौल, बक्सर, किशनगंज और अररिया समेत कई जिलों में बारिश हुई है। बता दें कि, इन इलाकों में 60 MM से अधिक बारिश दर्ज की गई। वहीं सबसे अधिक बारिश अररिया के फारबिसगंज में हुई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, जमुई, मधुबनी, सुपौल और दरभंगा में माध्यम दर्जे की बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इसमें से कैमूर, बक्सर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, अररिया और किशनगंज में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार होने की खबर हैं। मौसम विभाग ने कहा कि, इन जिलों के कुछ भागों में अगले दो से तीन घंटा में मध्यम दर्जे की गर्जन वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं मौसम विभाग ने खराब मौसम में लोगों से सावधान रहने की अपील भी की है। विभाग ने कहा कि, मौसम को देखते हुए लोगों से अनुरोध है कि, वह सतर्क और सावधान रहे यदि आप खुले में हो तो अति शीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें और ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहें। बता अगर राजधानी पटना की बात करें तो, लोग अभी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, पटना में बूंदाबांदी का दौड़ जारी है। वहीं बीते दिन शनिवार को पटना में अच्छी बारिश हुई थी। लेकिन, रविवार और सोमवार को धूप छांव का खेल लगातार जारी रहा।
झारखंड के बाद नेपाल में हो रही बारिश का असर बिहार में भी पड़ा है। नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कोसी बैराज पर बुधवार की शाम तक नदी का जलस्तर 1 लाख 6 हजार क्यूसेक के पार चला गया है। वहीं दबाव कम करने के लिए 56 में से 11 फाटक खोले गए हैं। मुजफ्फरपुर में बागमती नदी उफान पर आ गई है। इस कारण जिले के कटरा इलाके में पीपा पुल भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है।
आपको बता दें कि, झारखंड में पिछले कुछ दिनों से हुई लगातार बारिश के कारण गया, जहानाबाद, नालंदा और पटना से कुछ इलाकों में पानी घुस गया है। कई जगहों पर तटबंध और बांध क्षतिग्रस्त हो गए हैं।