Patna :- बिहार लोक सेवा आयोग और नीतीश सरकार ने 70 वीं PT परीक्षा को रद्द करने और दोबारा कराने की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है, पर इस चुनावी साल में विपक्षी नेता इस मुद्दे को छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. प्रशांत किशोर जहां इस मुद्दे पर अनशन कर रहे हैं, वहीं पप्पू यादव भी लगातार इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं. पिछले दिनों उन्होंने रेल और सड़क जाम किया था, और अब 12 जनवरी को बिहार बंद करने की घोषणा की है.
बंद की घोषणा के बीच पप्पू यादव आज बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिले. और उनसे इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की मांग की. बाद में पप्पू यादव ने मीडिया कर्मियों से बात की और प्रशांत किशोर के अनशन को छात्रों के हित से ज्यादा व्यक्तिगत राजनीति को चमकने वाला बताया. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए भी अपनी बात रखी .
पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 70वीं परीक्षा में हुई गंभीर अनियमितताओं, बार–बार पेपर लीक और पारदर्शिता के अभाव को लेकर आज हमने महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान साहब से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इस परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक, परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्था, पारदर्शिता की कमी, और सत्याग्रह कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज जैसी घटनाओं ने छात्रों के भविष्य और परीक्षा की साख को गहरा आघात पहुँचाया है।
हमने उन्हें ज्ञापन के जरिये प्रश्न पत्र का लीक होने, पारदर्शिता का अभाव, प्रश्न पत्र बाँटने में देरी , परीक्षा केंद्र पर अव्यवस्था, शांतिपूर्ण सत्याग्रह के दौरान पुलिस द्वारा लाठी चार्ज और महिला परीक्षार्थियों के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाओं से अवगत कराया। बीपीएससी के छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं और उनकी मुख्य मांग परीक्षा को पूरी तरह रद्द कर पुनः निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने की है। इसलिए हमने महामहिम से 70वीं परीक्षा को पूर्ण रूप से रद्द कर पुनः परीक्षा आयोजित करने, सत्याग्रह के दौरान छात्रों पर हुए लाठी चार्ज और महिला परीक्षार्थियों के साथ हुए दुर्व्यवहार की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जाँच, सत्याग्रह कर रहे छात्रों पर दर्ज मुकदमों को तुरंत वापस लेने, विगत वर्ष बिहार में जितनी भी नौकरियों और परीक्षाओं के पेपर लीक हुए उसमे संबंधित आयोग एवं प्रशासनिक अधिकारीयों, तथा परीक्षा माफियाओं की सलिंप्ता की उच्च स्तरीय जाँच, कोचिंग संचालक की पेपर लीक कांड में सांठ- गाँठ और नीट पेपर लीक कांड के मुख्य सरगना संजीव मुखिया के साथ सरकार के पदाधिकारियों की जांच करायी जाय।
यह मामला केवल छात्रों के भविष्य का नहीं, बल्कि हमारी प्रशासनिक प्रणाली की साख और पारदर्शिता से जुड़ा है। छात्रों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी लड़ाई उनके हक और न्याय के लिए जारी रहेगी।