Supaul : सुपौल से खबर है... जहां शराबबंदी पर रोक लगाने में सरकार के अधिकारी की हैरान करने वाली एक घटना सामने आई है। दरअसल, सुपौल में नशे की हालत में चूर जिला मतस्य पदाधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद इस मामले की चर्चा तेज हो गई है। बता दें कि, सुपौल जिले में आयोजित मछुआरा दिवस कार्यक्रम के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभू कुमार शराब के नशे में धुत पाए गए। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार बबलू और सुपौल जिलाधिकारी सावन कुमार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद मंच पर जिला मत्स्य पदाधिकारी ने खुद डीएम को हरित पौधा देकर स्वागत भी किया। लेकिन, उसी कार्यक्रम के दौरान एक मछुआरे ने जिलाधिकारी से शिकायत किया कि, मतस्य किट वितरण में मतस्य विभाग द्वारा अवैध वसूली की जा रही है। जिसके बाद जिलाधिकारी सावन कुमार ने जब जिला मतस्य पदाधिकारी शंभू कुमार को बुलाकर सवाल पूछा तो उनकी हरकतें और चेहरे के हावभाव से डीएम को शक हुआ कि, वो नशे की हालत में है।
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए बैठक समाप्त होने के बाद सुपौल डीएम सावन कुमार फौरन उक्त जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभु कुमार को सर्किट हाउस बुलाकर उत्पाद विभाग को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची उत्पाद विभाग की टीम ने जिला मतस्य पदाधिकारी शंभु कुमार का ब्रेथ एनालाइजर जांच किया। जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया। डीएम के निर्देश पर उनका ब्लड और यूरीन सैंपल भी लिया गया है। चौंकाने वाली बात ये है कि, गिरफ्तार जिला मतस्य पदाधिकारी शंभू कुमार आज ही इस जिले से स्थानांतरित होने वाले थे। इससे भी बड़ी बात यह कि, वे वर्ष 2024 में भी शंभु कुमार भीमनगर थाना क्षेत्र में शराब के नशे में गिरफ्तार हो चुके थे। तब कोर्ट में फाइन देकर उसे छोड़ा गया था। फिलहाल, शराब पीने की पुष्टि के बाद जिला मतस्य पदाधिकारी शंभु कुमार को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया की जा रही है। शराबबंदी वाले राज्य बिहार में, पदाधिकारी की यह हरकत प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। वहीं इस घटना के बाद कई तरह की चर्चा भी तेज हो गई है।
सुपौल से अमरेश कुमार की रिपोर्ट