Patna : राजधानी पटना के मनेर थाना क्षेत्र अंतर्गत व्यापुर गांव के पास गंगा नदी किनारे 25 जुलाई को बोरे में बंद, हाथ-पैर बंधे हुए सड़े-गले शव की पहचान हो गई है। शव की पहचान ब्यापुर गांव के बिचली गली निवासी करीब 35 वर्षीय रुदल राय के पुत्र टुन्ना राय के रूप में हुई है। परिजनों ने शव की तस्वीर और कपड़ों के आधार पर देर रात शव की पहचान की। मृतक लेबर मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था और 22 जुलाई से लापता था। मृतक टुन्ना राय की भतीजी खुशबु कुमारी ने बताया कि 20 जुलाई को पड़ोसियों से विवाद हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति ने धमकी दी थी – कि “दो दिन में देख लेंगे।” इसके बाद 23 जुलाई से टुन्ना लापता हो गए।
परिजनों ने गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई थी और खुद ही खोजबीन करते रहे। शव की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने उसे दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में रखवाया और तय समय पर अंतिम संस्कार भी करवा दिया था। लेकिन पहचान होते ही परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मंगलवार की सुबह मनेर-दानापुर मुख्य मार्ग को जाम कर आगजनी की। भीड़ ने मनेर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सड़क जाम करीब 3 घंटे तक रहा। मौके पर पहुंचे मनेर थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने समझा-बुझाकर सड़क जाम हटवाया। उन्होंने बताया कि शव मिलने के दिन ही चौकीदार के बयान पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। मामले में जांच जारी है। फिलहाल मृतक की पत्नी, बेटी शिवानी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, ग्रामीणों में घटना को लेकर गहरा आक्रोश है।
दानापुर से पशुपति नाथ शर्मा की रिपोर्ट