पटना: बिहार में इन दिनों विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधनों में सीट शेयरिंग पर माथा पच्ची चल ही रहा है। एक तरफ NDA में सीट शेयरिंग को लेकर अभी बातचीत का दौर चल ही रहा है तो दूसरी तरफ महागठबंधन में सहयोगी दलों के बीच खींचतान चल रहा है। महागठबंधन में एक तरफ जहां कांग्रेस 70 सीटों की मांग पर अड़ी है तो दूसरी तरफ मुकेश सहनी भी अधिक सीट की मांग के साथ ही डिप्टी सीएम के पद पर दावा ठोक रहे हैं। इस बीच अब महागठबंधन में सीट शेयरिंग और सीटों की मांग को लेकर एक दूसरे पर बयानबाजी भी शुरू हो गई है। महागठबंधन का घटक दल सीपीआई एमएल ने कांग्रेस को बड़ी नसीहत दी है। सीट शेयरिंग के मामले में बात करते हुए सीपीआई एमएल के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस को सीट भले कम मिले लेकिन उन्हें जीत पर फोकस करना चाहिए।
यह भी पढ़ें - मुख्यमंत्री ने बिहार राज्य महिला आयोग के 24वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का किया शुभारंभ
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2015 में 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 27 पर जीत दर्ज की थी जबकि 2020 में 70 सीटों पर चुनाव लड़ कर मात्र 19 सीट पर जीत दर्ज की। दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस को 2020 में औकात से अधिक सीटें मिल गई थी इसलिए कम सीट पर ही चुनाव लड़े और अधिक से अधिक सीट जीतने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना विपक्षी गठबंधन के लिए जरुरी है इसलिए हमलोगों को अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए न कि अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की। बता दें कि 2020 विधानसभा चुनाव में महागठबंधन महज 12 सीटों से सरकार बनाने से चूक गया था और इसके लिए सभी सहयोगी दलों ने कांग्रेस को जिम्मेदार बताया था। 2020 चुनाव में राजद के जीत का प्रतिशत 52, सीपीआई एमएल का 63, सीपीएम का 50, सीपीआई का 33 प्रतिशत रहा था जबकि कांग्रेस का मात्र 27 प्रतिशत रहा था।
यह भी पढ़ें - मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा रिस्पॉन्स बल (SDRF) वाहिनी मुख्यालय भवन का किया उद्घाटन