Patna :- बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने-अपने गठबंधन में बड़ी सीटों के दावेदारी की जा रही है. महागठबंधन की सबसे अहम की CPIML ने भी 50 सीटों पर दावेदारी की है. पार्टी के आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस से बड़ा जनाधार भाकपा माले का है. 2020 में 70 सीट मिला कांग्रेस को फिर भी मात्र 19 सीट जीत पाई। लेकिन हम लोग 19 में 12 जीते, जिससे यह जाहिर होता है कि हमारा जनाधार कांग्रेस से बड़ा है और इस बार हम लोग 50 सीट का दावा कर रहे हैं, महागठबंधन में सहमति बनी तो हमलोग 2025 में बड़े अंतर से जीत हासिल करेंगे.
इससे पहले मुकेश साहनी की VIP 60 सीटों पर और कांग्रेस 2020 की तरह 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है.इन दलों की दावेदारी से तेजस्वी यादव का टेंशन बढ़ने वाला है, इन तीन पार्टियों के दावे के अनुसार 180 सीट हो जाती है. इसके बाद सिर्फ 63 सीट बचती है.पशुपति कुमार पारस भी महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ना चाह रहे हैं.. ऐसे में सोचा जा सकता है कि अगर आरजेडी इन सहयोगी दलों की बात माने तो फिर उसको खुद चुनाव लड़ने के लिए 50 के लगभग सीट नहीं मिलेगी. इसलिए इस बार महागठबंधन में सीटों की शेयरिंग बहुत बड़ी चुनौती है.