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OTA गया में कैडेट्स ने दिखाएं हैरतअंगेज कारनामे..

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Gaya: अफसर प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) गया में पासिंग आउट परेड की पूर्व संध्या एक शानदार मल्टी एक्टिविटी डिस्प्ले का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ओटीए, गया में शुरुआत हो रही शॉर्ट सर्विस कमीशन (टेक्निकल) पुरुष और शॉर्ट सर्विस कमीशन (टेक्निकल) महिला पासिंग आउट परेड के निरीक्षण अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, एसएम जीओसी-इन-सी, पूर्वी कमान, एवं लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया, एसएम, वीएसएम, कमांडेंट ओटीए, गया उपस्थित थे।

साथ ही वीवीआईपी, गणमान्य व्यक्ति और ओटीए, गया के अधिकारी भी इस इवेंट के प्रत्यक्षदर्शी थे। इस कार्यक्रम में घुड़सवारी प्रदर्शन, जिमनास्टिक प्रदर्शन, माइक्रोलाइट्स द्वारा हवाई युद्धाभ्यास, कॉम्बैट फ्री-फॉल, आर्मी डॉग शो, रोबोटिक म्युल और बैंड डिस्प्ले का एक रोमांचक प्रदर्शन शामिल था।

ओटीए, गया की प्रसिद्ध घुड़सवारी टीम, जिसने घुड़सवारी में कई पुरस्कार अर्जित किए हैं, उन्होंने टेंट पेगिंग, सिक्स-बार जंपिंग, अपरंपरागत बाधाओं पर युद्धाभ्यास और एक मंत्रमुग्ध करने वाली घुड़सवारी संगीत सिम्फनी जैसे प्रभावशाली कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। सरपट दौड़ने वाले चार्जर्स पर उनकी महारत जिसे देखकर दर्शक दंग रह गए।

दर्शकों के उत्साह को और अधिक जोशीला बनाते हुए, आर्मी डॉग्स, जिन्हें "द साइलेंट वॉरियर्स" के रूप में भी जाना जाता है ने साहसिक प्रदर्शन किया। अपने प्रदर्शन के दौरान डॉग्स ने चपलता, बुद्धिमत्ता, कलाबाजी और गतिशीलता का मनमोहक प्रदर्शन किया। विभिन्न सुरक्षा और बचाव कार्यों में लगाये जाने वाले ये उच्च प्रशिक्षित डॉग्स डेमो डॉग स्क्वाड्रन का हिस्सा थे।

ओटीए, गया के ऑफिसर कैडेट्स और फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर्स ने अपनी शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके प्रदर्शन में चुनौतीपूर्ण हवाई कलाबाजी, बैकफ्लिप, स्प्लिट्स और आग की लपटों से सनी रिंग जंप शामिल थे, जिससे देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए

 

कर्नल राहुल मनकोटिया के नेतृत्व में आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर (एएएनसी), गया की एक विशिष्ट माइक्रोलाइट टीम "फ्लाइंग रैबिट्स" ने एक शानदार हवाई प्रदर्शन किया। टीम ने राष्ट्रीय ध्वज, सेना ध्वज, एआरटीआरएसी ध्वज, ओटीए ध्वज और सेना सेवा कोर ध्वज के साथ फ्लाई-पास्ट किया। उनकी गहरी नोज डाइव और सटीक लैंडिंग-टेक ऑफ युद्धाभ्यास को देख दर्शक में एक स्फूर्ति का संचार किया।

 

50 (स्वतंत्र) पैराशूट ब्रिगेड की कॉम्बैट फ्री-फॉल टीम ने 6,000 फीट से अधिक की ऊंचाई से पैराशूट किया और राज्यवर्धन स्टेडियम, ओटीए, गया के पूर्णतः बीचोबीच केंद्र में लैंडिंग की।

 

उन्नत टेक्नोलॉजी और एआई के प्रदर्शन में, भारतीय सेना ने डीआरडीओ द्वारा विकसित अपने स्वदेशी रोबोट म्युल, "संजय" का प्रदर्शन किया। ऊबड़-खाबड़ इलाकों में संचालन को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया, यह जीपीएस और सेंसर का उपयोग करके यह स्वतः नेविगेट करता है, 400 किलोग्राम तक का भार उठा सकता है और विकट परिस्थितियों में काम करता है। सफल परीक्षण के बाद, संजय को सेना में शामिल कर लिया गया है।

 

ओटीए, गया दिनांक 08 मार्च 2025 अपनी 26वीं और शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल (पुरुष) और शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल (महिला) पाठ्यक्रमों की ऐतिहासिक पहली पासिंग आउट परेड माना रही है। इस शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल एंट्री (पुरुष) - 62वें कोर्स के 143 ऑफिसर कैडेट्स के साथ-साथ शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल एंट्री (महिला) - 33वें कोर्स के 18 ऑफिसर कैडेट्स को भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में कमीशन दिया जाएगा | अकादमी ने अपनी यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है जो अपने इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है|

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