पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) कार्यालय के बाहर मंगलवार को लाइब्रेरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (LET) के अभ्यर्थियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि बिहार में लाइब्रेरियन बहाली की प्रतीक्षा पिछले 17 वर्षों से जारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अभ्यर्थियों से सिर्फ आश्वासन दे रही है, जबकि वास्तविक स्तर पर बहाली की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी है। प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्हें 12 दिसंबर को सूचित किया गया था कि LET का नोटिफिकेशन जल्द जारी होगा, लेकिन आज तक कोई विज्ञापन नहीं आया। अभ्यर्थियों ने इसे टालमटोल की नीति बताते हुए गहरी नाराजगी जताई।
यह भी पढ़ें: बीच सड़क घसीटी गई महिला: पूरी खबर पढ़ें और जाने की कैसे कानून पर भारी पड़ी भीड़
अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 मई 2022 के उस ट्वीट का भी जिक्र किया, जिसमें दावा किया गया था कि प्लस टू स्कूलों में 7000 लाइब्रेरियनों की नियुक्ति होगी और कुल 6421 विद्यालयों में लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही कहा गया था कि 500 से अधिक पुस्तकों वाली सभी लाइब्रेरियों में पद भरे जाएंगे। लेकिन अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार के इस घोषणा पर अब तक कोई कार्य नहीं हुआ है। लंबे इंतजार से परेशान अभ्यर्थियों की मुख्य मांग है कि LET का नोटिफिकेशन तत्काल जारी किया जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि लाइब्रेरियन भर्ती होगी या नहीं। उनका कहना है कि बिना नोटिफिकेशन तैयारी को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अभ्यर्थियों ने कहा कि वे अध्यक्ष महोदय से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं, अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि यदि प्रक्रिया जल्द शुरू नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: बेतिया स्टेडियम में खेल महोत्सव का शुभारंभ, नौ खेलों की होगी प्रतियागिता