पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजधानी पटना में इन दिनों लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है। बिहार में चुनाव के मद्देनजर एक तरफ राज्य की सरकार विभिन्न संवर्ग के लोगों के लिए अलग अलग घोषणाएं और तोहफे दे रही है तो दूसरी तरफ कुछ लोग अपनी मांगों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी में पिछले कुछ दिनों से लाइब्रेरियन के पदों पर बहाली को लेकर अभ्यर्थी लगातार सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को एक बार फिर लाइब्रेरियन अभ्यर्थी ने LET परीक्षा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजधानी पटना के आयकर चौराहा पर छात्र हाथों में बैनर तख्ती लेकर पहुंचे और सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इस संबंध में अभ्यर्थियों ने कहा कि जनवरी से लगातार LET परीक्षा के बारे में घोषणाएं की जाती है लेकिन अब तक परीक्षा नहीं ली गई। अंतिम बार 2008 में अंतिम बार LET की परीक्षा हुई थी और उसके बाद से अब तक इस बहाली नहीं की गई। हम सरकार की विभिन्न योजनाओं और घोषणाओं का तहेदिल से स्वागत करते हैं लेकिन यह समझ नहीं आ रहा है कि हमारी मांगें क्यों पूरी नहीं की जा रही है। सरकार सिर्फ घोषणाएं कर रही है लेकिन अब तक LET परीक्षा की घोषणा या विज्ञापन जारी नहीं की गई। वहीं एक महिला अभ्यर्थी ने कहा कि हमलोग पिछले 4 वर्षों से LET की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार अब तक हमारी मांग पूरी नहीं की है।
सरकार एक तरफ कहती है कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार चाहती है 'बेटी पढाओ, सड़क पर बैठाओ। अभ्यर्थियों ने कहा कि बिहार में लाइब्रेरियन के करीब 5 लाख अभ्यर्थी हैं लेकिन उनके लिए सरकार कुछ सोच नहीं रही है। हमारी मांग है कि LET की परीक्षा चुनाव से पहले ली जाये या फिर कम से कम आचार संहिता लागु होने से पहले तिथि समेत नोटीफिकेशन जारी किया जाए और लाइब्रेरियन के पदों पर बहाली के लिए भी विज्ञापन जारी किया जाये। अभ्यर्थियों ने कहा कि हम लोग आज सड़क पर उतरे हैं तो आज भाजपा, जदयू कार्यालय समेत मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। इस दौरान सरकार लाठी चलाये या गोली चलाये हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।