Bodhgaya:- बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में आयोजित तीन दिवसीय बुद्ध जयंती समारोह के दौरान बवाल हो गया है जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया, जिससे बौद्ध श्रद्धालु काफी नाराज हैं.
बताते चलें कि बुद्ध जयंती समारोह में देश-विदेश से सैकड़ो श्रद्धालु बोधगया पहुंचे हैं और भगवान बुद्ध का दर्शन कर पूजा अर्चना कर रहे हैं। इसी बीच पूर्व से चली आ रही विवाद आज सामने आ गई। देश के महाराष्ट्र से आए पर्यटकों ने जिला प्रशासन और जिला पुलिस पर गंभीर आरोप लगा दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक बोधगया में मंगलवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया जब कुछ पर्यटकों ने ‘बुद्ध का जय-जयकार नहीं करो, जय श्रीराम बोलो’ जैसे नारे लगाए। यह घटना सारनाथ क्षेत्र में हुई, जहां बड़ी संख्या में महाराष्ट्र से आए पर्यटक बुद्ध स्थलों का दर्शन करने पहुंचे थे।महाराष्ट्र के आए पर्यटकों के अनुसार कुछ पर्यटकों द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले नारे लगाए गए, जिससे तनाव फैल गया। देखते ही देखते माहौल गर्म हो गया और कथित रूप से पुलिस ने पर्यटकों पर लाठियां चलाईं। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें कुछ लोग घायल अवस्था में दिखे।इस घटना के बाद क्षेत्र में अफरातफरी मच गई और लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बोधगया जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थल पर इस प्रकार के नारेबाज़ी से सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है।
मामले को लेकर जब जिलाधिकारी डॉ. त्याग राजन एसएम से पूछा गया तो उन्होंने मारपीट की बात से इनकार किया। डीएम ने कहा, "यह कोई नई बात नहीं है। स्थानीय लोगों में पहले से इस तरह की गतिविधियों को लेकर असहमति रही है और आज वही विरोध सामने आया। किसी प्रकार की मारपीट नहीं हुई है, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।"जबकि पुलिस प्रशासन ने भी स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
फिलहाल, जिला प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और पर्यटकों से संयम बरतने की अपील की है। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
गया से मनीष की रिपोर्ट