Patna :- कुख्यात अपराधियों को राजनीति में एंट्री देने के स्वर्गीय रामविलास पासवान की नीति को उनके बेटे चिराग पासवान भी आगे बढ़ा रहे हैं. बिहार समेत कई राज्यों में आतंक के पर्याय माने जाने वाले खान ब्रदर्स गैंग के दो भाईयों में से एक रईस खान को चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा रामविलास के सदस्य बनाने जा रहे हैं और इसके लिए वकायदा सिवान में एक बड़ा समारोह का आयोजन किया जा रहा है.
खान ब्रदर्स के नाम से मशहूर अयूब खान और रईस खान गैंग पर हत्या, लूट, गोलीबारी, रंगदारी जैसे कई दर्जन मामले दर्ज हैं.रईस खान बिहार के इनामी अपराधी रहा है. उस पर पुलिस की हत्या का भी आरोप है.2022 में खान गैंग पर सिवान में तीन युवकों को अगवा कर हत्या करने और फिर उनके शव के टुकड़े-टुकड़े कर सरयू नदी में फेंक देने का आरोप लगा था. रईस खान का नाम सालों तक बिहार के टॉप टेन वांटेड की सूची में शामिल रहा.
रईस खान काफी दिनों से राजनीति में आने के लिए प्रयास कर रहा है 2022 में उसने सिवान में स्थानीय कोटा से एमएलसी का चुनाव लड़ा था, चुनाव के दौरान उस पर एक-47 से हमला भी हुआ था. उस चुनाव में उसकी हार हुई थी यही वजह है कि अब वह मुख्य राजनीतिक दल के साथ आकर सियासी पारी खेलना चाहता है. वह सिवान के इलाके में पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन की जगह लेना चाहता है क्योंकि शहाबुद्दीन से उसकी अदावत रही है. इसके लिए रईस खान ने सबसे पहले सत्ताधारी जेडीयू ज्वाइन करने की कोशिश की. इसके लिए रईस खान ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा समेत कई नेताओं से मुलाकात भी की. उसे पार्टी में शामिल करने का आश्वासन मिला था लेकिन अभी तक JDU में ज्वाइन नहीं कराया गया है, इसलिए रईस खान ने अब चिराग पासवान की पार्टी को ज्वाइन करने का फैसला किया है और चिराग पासवान ने इसके लिए हरी झंडी भी दे दी है.
मिली जानकारी के अनुसार मकर संक्रांति के ठीक बाद 15 जनवरी को सिवान में बड़े समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसमें चिराग पासवान रईस खान को अपनी लोजपा रामविलास पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे , और यह संभव है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में रईस खान सत्ताधारी एनडीए से प्रत्याशी बने और उसका समर्थन जेडीयू और भाजपा जैसी पार्टी भी करे.
बताते चलें कि चिराग पासवान के पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान ने भी बिहार के कई कुख्यात अपराधियों को राजनीति में एंट्री करवाई थी जिसमें सूरजभान, सुनील पांडे समेत कई ऐसे नाम है, जो बिहार पुलिस की अपराधियों की टॉप लिस्ट में शामिल थे, और बाद में राजनीति में एंट्री के बाद वे माननीय बन गए. रईस खान भी राजनीतिक में एंट्री करके अपने प्रभाव को और बढ़ाना चाहता है.