पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी नेताओं ने जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक समीक्षा बैठक की और अपनी हार के कारणों पर चर्चा की। बैठकों में पार्टी नेताओं ने अपनी कमजोरी और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी चर्चा की तथा आगामी चुनावों के मद्देनजर तैयारी और पार्टी की मजबूती में जुटने का निर्णय लिया। इन मुद्दों पर बात करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कई खुलासे किये।
दर्श न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने दिल्ली में बैठकें की और हार पर चर्चा हुई। हमारी समीक्षा बैठक में यह सामने आया कि कई जगहों पर हमारे कोआर्डिनेशन में कमी रही तो इसके साथ ही सरकार की 10 हजार रूपये और बिजली मुफ्त किये जाने की योजना का अधिक असर रहा। उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर हमारी पार्टी और गठबंधन के बीच आपसी सामंजस्य में कमी रही और इसका खामियाजा हमें भुगतना होगा। बैठक में हमने अपनी पार्टी की कई कमजोरियों पर भी चर्चा की और आगामी चुनाव से पहले उसे मजबूत करने की दिशा हमने कार्य शुरू कर दिया है।
यह भी पढ़ें -
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि चुनाव के बाद अब हमलोग अपनी पार्टी को पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर तक मजबूत करेंगे और आगामी चुनाव में एक बार फिर मजबूती के साथ उतरेंगे। उन्होंने चुनाव में हार के बाद गठबंधन टूटने के सवाल पर कहा कि कोई भी पार्टी गठबंधन इसलिए करती है ताकि वोटों का बिखराव न हो और इसी आधार पर हमने चुनाव लड़ा। हमारे वोट के बिखराव का कई बार फायदा भाजपा को मिली है। भाजपा हमेशा तुष्टिकरण और धर्म की राजनीति करती है जबकि हम मुद्दों पर आधारित बात करते हैं। अब अगला चुनाव 4 और 5 वर्षों बाद होना है और उसे देखते हुए हम अपने संगठन को मजबूत करने में लग गए हैं।
बातचीत के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने अपने इस्तीफे देने और स्वीकार नहीं किये जाने के सवाल पर कहा कि हमारी पार्टी में एक परंपरा है कि नेतृत्व जो निर्णय लेता है सभी कार्यकर्ता उसके साथ खड़े होते हैं। मुझे नेतृत्व की तरफ से राज्य में पार्टी को खड़ा करने और मजबूत करने का मौका और निर्देश दिया गया है तो मैं उस निर्देश के आधार पर काम कर रहा हूँ। इस दौरान उन्होंने पप्पू यादव के प्रदेश अध्यक्ष बनने की इक्षा पर कहा कि अभी तो मुझे राज्य में पार्टी मजबूत करने का निर्देश मिला है तो मैं उस पर काम कर रहा हूँ। बाकि कौन क्या कर रहे हैं उससे मुझे मतलब नहीं है, पार्टी आलाकमान ने मेरे ऊपर भरोसा जताया है और हमें इसके लिए अधिकृत किया है तो हम इस पर ध्यान दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें -