पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद अब कांग्रेस पटना से लेकर दिल्ली तक लगातार समीक्षा बैठक कर रही है। समीक्षा बैठक में हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है। बीते दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सभी जिलाध्यक्षों को नोटिस जारी कर अपने जिले में हार के कारणों की समीक्षा कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था। बाद में फिर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने राजधानी पटना में स्थित सदाकत आश्रम कांग्रेस कार्यालय में हार के कारणों पर जिलाध्यक्षों के साथ बैठक समीक्षा भी की।
अब कांग्रेस ने अपने 15 जिलाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी कार्यालय सचिव नलिन कुमार ने सभी 15 जिलाध्यक्षों को नोटिस जारी कर समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने का कारण पूछा है साथ ही यह भी कहा है कि जवाब संतोषप्रद नहीं रहने की स्थिति में कार्रवाई भी की जा सकती है। कार्यालय सचिव ने कांग्रेस के पश्चिमी चंपारण जिलाध्यक्ष प्रमोद सिंह पटेल, पूर्वी चंपारण के शशिभूषण राय, अररिया के शाह अहमद, मधुबनी के सुबोध मंडल, कटिहार के सुनील यादव, पटना ग्रामीण-2 के गुरजीत सिंह, पटना ग्रामीण-1 के राजनारायण गुप्ता, सुपौल के परवेज आलम, जमुई के अनिल कुमार सिंह, बक्सर के मनोज पांडेय, गया जी के उदय मांझी, लखीसराय के अरविन्द कुमार, मुंगेर के इनामुल हक और शेखपुरा के रौशन कुमार को नोटिस जारी किया है।
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बताया जा रहा है कि बीते दिनों सदाकत आश्रम कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक में ये सभी जिलाध्यक्ष नहीं पहुंचे थे और न ही हार की समीक्षा रिपोर्ट सौंपी है। बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू, कांग्रेस नेता शकील अहमद खान समेत कई वरीय नेता और अन्य जिलों के जिलाध्यक्ष, विभिन्न फ्रन्टल संगठनों के प्रमुख उपस्थित हुए थे और पार्टी की हार की समीक्षा की गई थी।
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