स्वतंत्रत भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनाई गई साथ ही उनके जयंती के मौके पर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के इस देश के शैक्षणिक उन्नयन में योगदान को रेखांकित करते हुए उनके जीवन वृत को बताया जिसमें उन्होंने देश से लेकर अरब तक के उनके राजनीतिक समझ की चर्चा की। साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि कैसे सबसे कम उम्र में मौलाना अबुल कलाम आजाद कांग्रेस के अध्यक्ष बनें और उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ हमारे देश के विकास में रहा।इस दौरान कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद विधान सभा में दल के नेता डॉ शकील अहमद खान ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन दर्शन को वर्तमान दौर में आवश्यक बताते हुए कहा कि सभी समुदाय के लोगों को उनके जीवन को अपनाना चाहिए और उसे आदर्श मानकर देश के उन्नति में योगदान देना चाहिए।इस दौरान बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव शाहनवाज आलम ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर आज शैक्षणिक विकास के लिए बहुत सारी संस्थाएं काम करती हैं और यह बताने को काफी है कि देश के पहले शिक्षा मंत्री के तौर पर उन्होंने इस देश में बौद्धिक विकास की नींव रखी थी जिसे आज कुंद करने का प्रयास वर्तमान सत्ता के द्वारा चल रहा है।कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष उमैर खान ने किया। जयंती समारोह में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्चक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव सह बिहार प्रभारी शाहनवाज आलम, कांग्रेस विधायक दल के नेता डा0 शकील अहमद खान, प्रो0 इम्तियाज अहमद सहित सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।