स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रद्द करने एवं 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग को लेकर भाकपा द्वारा जारी आंदोलन के तहत आज पटना के दिनकर चौक पर विशाल धरना दिया गया। धरना को भाकपा के अलावे कांग्रेस, राजद सहित कई दलों एवं सामाजिक संगठन के नेताओं ने संबोधित किया। धरना की अध्यक्षता भाकपा पटना जिला सचिव मंडल सदस्य व पूर्व पार्षद मोहन प्रसाद ने किया और संचालन जिला कार्यकारिणी सदस्य का. देवरत्न प्रसाद ने किया।धरना की शुरुआत करते हुए भाकपा के पटना जिला सचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि प्रीपेड मीटर बिजली के निजीकरण की योजना का कदम है। यह आम जनता को लूटने व कंपनियों को मुनाफा पहुंचाने के लिए लाया गया है। जिसके प्रारंभ के समय से ही भाकपा ने विरोध किया और पार्टी के विधायक सुर्यकांत पासवान ने विधानसभा में इसके खिलाफ सवाल उठाया था। पार्टी द्वारा शुरू किया गया यह आंदोलन आज तमाम विपक्षी दलों का मुद्दा बन गया है और अब यह जन आंदोलन बन गया है। अब यह तब तक नहीं रुकेगा ,जब तक सरकार प्रीपेड मीटर को बहुत बड़ा चीटर बताया और कहा कि सरकार इसके जरिए गरीबों को अंधेरे में रखना चाहती है। यह आंदोलन अब प्रीपेड मीटर को हटाने के साथ 300 यूनिट बिजली मुफ्त लेने तक जारी रहेगा। आज हर गांव में इसके खिलाफ में आक्रोश है सरकार को इसे वापस लेना होगा। प्रीपेड मीटर एक बड़ा घोटाला है जिसका उदाहरण है संजीव हंस की गिरफ्तारी। जिला सचिव मंडल सदस्य का. भोला शर्मा ने कहा कि सरकार जिस तरह से इस जन विरोधी मीटर को लगाने के लिए सरकार आमदा है वैसे ही हम भी गांव - गांव व घर- घर से लोगों को गोलबंद कर लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। महिला समाज की सचिव कृष्णा देवी ने कहा कि महिलाओं के जीवन में अंधकार के तरह है यह प्रीपेड मीटर। जो महिलाओं को सबसे ज्यादा संकट देगा। धरना को उपरोक्त नेताओं के अलावा विधुत विभाग के सेवानिवृत्त अभियंता कारु प्रसाद, दलित अधिकार आंदोलन के जिला सचिव विनोद कुमार,सगुनी राम, अरविंद प्रसाद सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।