पटना विश्वविद्यालय में पिछले सात दिनों से विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के आंदोलन से प्रभावित पठन- पाठन व गतिरोध को गंभीरता से लेते हुए बुधवार को हड़ताल के सातवें दिन भाकपा के पटना जिला सचिव व एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार समस्यों को जानने तथा राज्य के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय में पिछले सात दिनों से जारी गतिरोध को जानने पहुंचे ।कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहे कि बिहार के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय एवं राज्य के तमाम अधिकारियों के नाक के नीचे स्थित पटना विश्वविद्यालय में सात दिनों से हड़ताल है। पठन- पाठन, परीक्षा एवं सभी गतिविधियों पर रोक लगी है पर राज्य के आकाओं को कोई इससे मतलब नहीं है। वे यहां से दो किलोमीटर पर कलेक्ट्रेट का उद्घाटन करने आते हैं पर राज्य के श्रेष्ठ विश्वविद्यालय में जारी गतिरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते। जिससे सरकार का चरित्र स्पष्ट होता है कि सरकार कर्मचारी विरोधी है एवं निजी विश्वविद्यालय को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को बदनाम करवाना चाहते हैं। गर सरकार और राज भवन राज्य की शिक्षा व्यवस्था व पटना विश्वविद्यालय के प्रति गंभीर है तो पटना विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के हड़ताल को अविलंब सम्मानजनक समझौता कर समाप्त कराने का काम करें।का. विश्वजीत ने कहा कि गर विश्वविद्यालय प्रशासन, राज्य सरकार और राज भवन कर्मचारियों से वार्ता कर हड़ताल समाप्त करने की पहल नहीं करती है तो पार्टी की सभी इकाइयां आम जनों को संगठित कर कर्मचारियों के समर्थन में उतरने को मजबूर होगी।