भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव ललन चौधरी और जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवंशी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एनडीए पर हमला किया है।दानापुर पटना में टेरिटोरियल आर्मी के भर्ती के सिलसिले में 15000 उमिदवारों के बदले 50 हजार की भीड़ के जूटान से, बिहार के नौजवानों के बीच फैली बेरोजगारी की बिकरालता का पता चलता है। पिछले 2 दशकों से नितीश कुमार के नेतृत्व में चल रही भाजपा जदयू के सरकार द्वारा विकास का ढिंढोरा पीटे जाने तथा बेरोजगारी खत्म करने की घोषणा की कलई पूरी तरह खुल चुकी है। पूरे देश को पता है की बिहार सस्ता श्रमिक आपूर्ति करने वाला राज्य बनकर रह गया है। कृषि संकट एवं औधोगिक विकास के बंद होने से बिहार में बेरोजगारी चरम पर है, जिसकी जानकारी सरकारी संस्थाओं रेलवे पुलिस सेना आदि के लिए चयन सिलसिले में आयोजित परिक्षाओं तथा शारीरिक स्वास्थ्य जाँच के लिए आयोजित दौड़ के समय उमड़ी भीड़ से पता चलता है।समय-समय पर कुछ लोगों को चयनित कर उन्हे प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए आयोजित सरकारी समारोहो में मुख्य मंत्री द्वारा बेरोजगारी खत्म करने की घोषणा, दरअसल छलावा के सिवा कुछ नहीं है। सी पी आई (एम) और डीवाईएफआई के बिहार राज्य कमिटी ने बेरोजगारी मिटाने में सरकार की शर्मनाक असफलता के खिलाफ बिहार के नौजवान नवयूवतीयों से एक जूट संघर्ष करने का आह्वान करती है।