Patna - प्रशांत किशोर को पुलिस ने आज अहले सुबह गांधी मैदान से एंबुलेंस में बिठाकर निकली थी, और अब उन्हें पुलिस वैन में बिठाकर एम्स से लेकर फतुहा CHC तक का दौरा कर रही है, फतुहा में मेडिकल कराने के बाद अब उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा, कोर्ट के आदेश के अनुसार पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
इस बीच पुलिस ने प्रशांत किशोर के साथ ही कुल 43 लोगों को डिटेन किया है. इस संबंध में पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि हाईकोर्ट ने गांधी मैदान में किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन पर रोक लगाई हुई है, पर प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों द्वारा गांधी मूर्ति के समक्ष अनशन किया जा रहा था. इसको लेकर उनके खिलाफ गांधी मैदान थाना में केस दर्ज किया गया था. उनसे कई बार आग्रह किया गया था कि वे निर्धारित गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाकर अनशन कर सकते हैं, पर उन्होंने बात नहीं मानी इसके बाद पुलिस को सख़्ती करनी पड़ी. पुलिस ने प्रशांत किशोर के साथ ही 43 लोगों को हिरासत में लिया है, इनमें से 30 लोगों की पहचान की गई है जो अभ्यर्थी नहीं है, और वे पार्टी के कार्यकर्ता है जो पटना के साथ थी राज्य के विभिन्न जिलों और दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं. पुलिस ने 12 गाड़ियां भी सीज की है. इन 12 गाड़ियों से पुलिस की गाड़ी का पीछा किया जा रहा था, और सरकारी काम में बाधा डाली जा रही थी.
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया है और माननीय कोर्ट का जो भी फैसला होगा वह सभी को मान्य होगा. इसलिए अब किसी धरना प्रदर्शन का कोई मतलब नहीं है, उसके बावजूद अगर कोई आंदोलन करना चाहते हैं तो निश्चित जगह गर्दनीबाग में जाकर कर सकते हैं, अब गांधी मैदान या दूसरी जगह पर कोई आंदोलन करने की कोशिश करता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.वहीं समर्थकों ने चेतावनी दी है कि पुलिस प्रशांत किशोर को जल्द रिहा करें अन्यथा राज्य में उग्र आंदोलन किया जाएगा..
बताते चलें कि पुलिस की कार्रवाई को सत्ताधारी जेडीयू ने सही करार दिया है, जबकि राजद ने कहा कि प्रशांत किशोर आंदोलन के नाम पर नौटंकी कर रहे थे. वहीं प्रशांत किशोर के समर्थक पुलिस की इस कार्रवाई से काफी आक्रोशित है.