पटना: बिहार में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए भारी परेशानी का सबब बन चुका है। कई जगहों पर जलजमाव से जनजीवन अस्त व्यस्त है तो कई जगहों पर पेड़ गिरने की वजह से लोग परेशान हैं। पश्चिम चंपारण में सिकटा नदी पर बना तटबंध टूट जाने की वजह से हजारों एकड़ में लगे फसल नष्ट हो गए इसके साथ ही गांव भी जलमग्न हो गया।
जानकारी के अनुसार सिकटा नदी का पश्चिमी तटबंध भारी बारिश और नदी में बढ़े जलस्तर का दबाव झेल नहीं सका और टूट गया। तटबंध टूटने की वजह से हजारों एकड़ खेत में पानी घुस गया वहीं गांव में पानी भर गया। इसके साथ ही सड़कों पर भी तीन से चार फीट पानी बहने लगा। मामले में ग्रामीणों ने कहा कि तटबंध की मरम्मती के लिए अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई लेकिन उन लोगों ने बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से आज गांव के सैकड़ों लोग भारी परेशानी से गुजर रहे हैं तो दूसरी तरफ किसानों की मेहनत पानी में बर्बाद हो गई।
इस संबंध मे स्थानीय ग्रामीण रूप नारायण पटेल, बुनी लाल पासवान ने बताया की आपदा की प्रभारी यहां की अंचलाधिकारी है लेकिन अभी तक एक बार भी स्थल का निरीक्षण करने नहीं आई। जिससे स्थानीय लोगो मे आक्रोश देखने को मिल रहा है। उन्होने बताया कि सिकटा गांव व सिकटा रेलवे लाईन के दोनो तरफ, हसनपुरा, कृष्णानगर सहित कई गांवों मे पानी प्रवेश कर गया है। इस पानी से सबसे ज्यादा नुकसान किसान का हुआ है। वही सिकटा प्रखंड के ही पूर्व प्रमुख उत्कर्ष श्रीवास्तव ने बताया कि सिकटा नदी के पश्चिमी तटबंध टूट जाने से काफी नुकसान हुआ है।