 
                        पटना: बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी रण अब खूनी हो गया है। गुरुवार को राजधानी पटना के मोकामा विधानसभा क्षेत्रांतर्गत मोकामा टाल इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान जन सुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक की हत्या के बाद अब इलाके में दहशत का माहौल है। मृतक की पहचान मोकामा टाल इलाका निवासी, कभी राजद सुप्रीमो लालू यादव के खासमखास रहे दुलारचंद यादव के रूप में की गई। हत्या का आरोप मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके भतीजे समेत 5 पर लगा है और मृतक के पोते ने सभी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। हालांकि इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने उन्हें पहले गोली मारी फिर गाड़ी से कुचल कर हत्या कर दी।
घटना के बाद से ही पुलिस गांवों में कैंप कर रही है। अब इस मामले में पटना के एसएसपी ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 3:30 बजे के आसपास घोसवरी के तारतर गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट की सूचना मिली। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो क्षतिग्रस्त हालत में दो तीन वाहन खड़ी थी और उसमें दुलारचंद यादव का शव रखा हुआ था। इस दौरान मौके पर उपस्थित जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी ने बताया कि उनके काफिला का सामना अनंत सिंह के काफिले से हो गया और उन लोगों ने पहले गाड़ियां क्षतिग्रस्त की और फिर दुलारचंद यादव की हत्या कर दी।
एसएसपी ने बताया कि इससे पहले 3:30 बजे के आसपास ही भदौरा थानाध्यक्ष को सूचना मिली थी कि बसावनचक गांव के समीप अनंत सिंह के काफिले पर हमला हुआ है। पुलिस जब वहां पहुंची तो अनंत सिंह ने बताया कि जन सुराज का काफिला मिला था और उनके कार्यकर्ताओं ने ईंट पत्थर से हमला कर दिया जिसमें उनकी कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं साथ ही कुछ कार्यकर्ता भी जख्मी हुए हैं। पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन में जुट गई है। एसएसपी ने बताया कि मृतक की मौत संदेहास्पद प्रतीत हो रही है, फिलहाल पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के साथ ही अन्य तरीके से छानबीन कर रही है।
बता दें कि घटना के कुछ देर बाद ही जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर हमला और हत्या का आरोप लगाया था तो दूसरी तरफ अनंत सिंह ने घटना के कुछ देर बाद ही मीडिया में प्रतिक्रिया देते हुए अपने काफिले पर हमला होने और हत्या से इनकार करते हुए पूर्व सांसद सूरजभान सिंह पर साजिश का आरोप लगाया था। हालांकि इस मामले में अब तक सूरजभान सिंह की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि एसएसपी ने बताया है कि मृतक दुलारचंद यादव का भी आपराधिक इतिहास रहा है और वह कई मामलों में आरोपी हैं।