Desk:- प्रवर्तन निदेशालय (ED)ने वैशाली शहरी विकास को ऑपरेटिव बैंक के करोड़ों रुपये के घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की है. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री आलोक मेहता समेत अन्य लोगों के खिलाफ की गई छापेमारी के बाद ईडी ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है..
मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी में छापेमारी कर बैंक के सीइओ विपिन तिवारी और उनके ससुर रामबाबू शांडिल्य को गाजीपुर से गिरफ्तार किया है।इसके अलावा दिल्ली से नितिन मेहरा और कोलकाता से संदीप सिंह को और पंकज तिवारी की भी गिरफ्तारी हुई है। ED ने नितिन मेहरा, रामबाबू और पंकज को कोर्ट में भी पेश किया, जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। संदीप और विपिन तिवारी से जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है।ED की टीम बैंक के अध्यक्ष संजीव कुमार की तलाश कर रही है.बता दें कि इसी से जुड़े मामले में शुक्रवार को विधायक आलोक मेहता के आवास समेत 19 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा था. इसमें जमीन के कई डीड, एक दर्जन पासबुक, कोल्ड स्टोरेज और वेयर हाउस के कागजात मिले थे।
मिली जानकारी के अनुसार वैशाली शहरी विकास सहकारिता बैंक से वर्ष 2017-18 के दौरान 85 करोड़ की अवैध निकासी की गयी थी।गिरफ्तार व्यापारी नितिन मेहरा और संदीप सिंह की कंपनियों और निजी बैंक खातों में सहकारिता बैंक से की गयी अवैध निकासी की राशि को ट्रांसफर कर छिपाने की कोशिश की गयी थी। इनके खातों से घोटाले की राशि को दूसरे कई खातों में भी ट्रांसफर किया गया था। गौरतलब है कि जून 2023 में वैशाली शहरी विकास कोऑपरेटिव बैंक में घोटाले की जानकारी सामने आयी थी