भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन मंगलवार से शुरू हो रहे कुमामोतो मास्टर्स जापान सुपर 500 टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुवाई करते हुए फॉर्म में लौटने की कोशिश करेंगे. इन दोनों खिलाड़ियों को पेरिस ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अपनी बेस्ट फॉर्म पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है. सिंधु डेनमार्क ओपन सुपर 750 में क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी लेकिन लक्ष्य सेन आर्कटिक ओपन सुपर 500 और डेनमार्क ओपन दोनों में जल्दी बाहर हो गए थे.
इन असफलताओं के बावजूद सिंधु को पूरा विश्वास है कि, अपने नए कोच अनूप श्रीधर और कोरिया के दिग्गज ली स्युन इल के साथ मिलकर काम करने से वह बेहतर रिजल्ट हासिल करेंगी जापान ओपन के पहले दौर में सिंधु का मुकाबला थाईलैंड की आठवीं वरीयता प्राप्त बुसानन ओंगबामरुंगफान से होगा. पीवी सिंधु ने कहा कि, ‘मैं शारीरिक और मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में हूं. हमने खेल के अलग-अलग पहलुओं पर काम किया है. मुझे उम्मीद है कि नए कोचों के मार्गदर्शन में मैं जापान और चीन में अच्छा प्रदर्शन करने सफल रहूंगी.’लक्ष्य सेन अपने अभियान की शुरुआत मलेशिया के लियोंग जून हाओ के खिलाफ करेंगे.
इस मैच में जीत दर्ज करनेके बाद उनका अगला मुकाबला इंडोनेशिया के आठवीं वरीयता प्राप्त एंथोनी गिंटिंग से हो सकता है. त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की भारतीय वुमेंस डबल्स जोड़ी भी इस टूर्नामेंट में अपनी चुनौती देश करेगी. पहले दौर में उनका सामना चीनी ताइपे की सू यिनहुई और लिन झिह युन से होगा. इधर, लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक में शानदार खेल दिखाया था, लेकिन मेडल जीतने से चूक गए थे, वहीं सिंधु दो बार ओलंपिक मेडल जीत चुकी हैं, लेकिन पेरिस ओलंपिक में मेडल नहीं जीत पाईं. सिंधु ने रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया था, जबकि टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में सिंधु ने गोल्ड मेडल जीता था.