Saharsa:- रंगदारी और जबरदस्ती उगाही के आरोप में थानेदार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, और अब उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जा रही है, शिकायत मिलने के बाद उन्हें पहले ही निलंबित किया जा चुका है, फिर के बाद पूरे पुलिस महकमा में हड़कंप मचा हुआ है.
यह मामला सहरसा जिले के बैजनाथपुर थाना अमर ज्योति से संबंधित है. कुछ दिन पहले तक अमर ज्योति बैजनाथपुर थाना में थानेदारी कर रहे थे और अब इसी थाना में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. थानाध्यक्ष के अलावे ट्रेनी SI रूपेश कुमार, बिचौलिया मुकेश कुमार एवं एक अन्य के विरूद्ध भी कांड दर्ज किया गया है।
दरअसल मधेपुरा जिले के परमानंदपुर पथराहा निवासी अविनाश कुमार ने आवेदन देकर कई आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। जबरदस्ती रंगदारी लेने के मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए मारपीट कर अवैध रूप से रूपया वसूली की लेने की शिकायत की गई थी.मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने सदर एसडीपीओ आलोक कुमार को जांच कर सच्चाई का पता लगाने के निर्देश दिए थे। एसपी के निर्देश पर सदर एसडीपीओ ने आवेदक सहित मामले में अन्य कई लोगों से कई बार गहराई से पूछताछ किया। जिसके बाद उन्होंने एसपी को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दिया। जिसके बाद एसपी ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर लाईन हाजिर कर दिया।
इस मामले में सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश ठाकुर, मुख्यालय डीएसपी धीरेन्द्र पांडेय बैजनाथपुर थाना पहुंचकर उक्त मामले को लेकर छानबीन किया। इस दौरान निलंबित थानाध्यक्ष के थाना परिसर स्थित आवास का भी जांच किया गया। सौरबाजार बीडीओ व सीओ की मौजूदगी में आवास का ताला तोड़ आवास की जांच-पड़ताल की गई। वहीं, अधिकारियों ने थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज का भी अवलोकन किया है।
इस संबंध में सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि प्रथम दृष्टया निलंबित थानाध्यक्ष व अन्य के खिलाफ मामला सत्य पाया गया। जिसके बाद बैजनाथपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज किया गया है और वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर जांच-पड़ताल शुरू किया गया है। सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी ने बताया मामले में आवेदक की शिकायत पर डीएसपी स्तर के पदाधिकारी द्वारा जांच-पड़ताल किया गया। मामला सत्य पाए जाने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर अनुसंधान शुरु किया गया है. मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद निलंबित थानाध्यक्ष की गिरफ्तारी की संभावना भी बढ़ गई है।