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विदेश में बांटी गई मगध विश्वविद्यालय के नाम की फर्जी डिग्री..

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Gaya:- बिहार के गया में देश की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान मगध विश्वविद्यालय की डिग्री फर्जी तरीके से विदेश में बेची गई. म्यांमार में इस तरह की कई डिग्रियां बेचे जाने का मामला सामने आया है. माना जा रहा है, कि इस तरह का कारनामा कर लाखों-करोड़ों का खेल हुआ है. इस मामले को लेकर फिलहाल मगध विश्वविद्यालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. 

प्राथमिकी में दो शिक्षकों को नामजद आरोपित बनाया गया है. इस मामले को लेकर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही ने कहा है, कि इस तरह का मामला सामने आया है. प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. सख्त कार्रवाई इस तरह के फर्जीवाड़े को लेकर की जाएगी. मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही का हस्ताक्षर बनाकर विदेशों में मगध विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्रियां बांटी गई है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद हङकंप मच गया है. 

इस मामले को लेकर मगध विश्वविद्यालय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. मगध विश्वविद्यालय कें कुलानुशासक प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने प्राथमिकी में दो शिक्षकों को नामजद बनाया है. केस दर्ज कर मगध विश्वविद्यालय थाना की पुलिस जांच में जुट गई है.

इस संबंध में मगध विश्वविद्यालय थाना में दर्ज प्राथमिकी में मगध विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने कहा है, कि मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध धर्म विभाग के शिक्षक विष्णु शंकर एवं कैलाश प्रसाद के द्वारा म्यांमार जाकर विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री बांटी गई है. कहा गया है, कि विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों फेसबुक आदि से जानकारी मिली कि मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग में कार्यरत शिक्षक विष्णु शंकर और कैलाश प्रसाद ने मिलकर बीते 29 सितंबर 2024 को म्यांमार की राजधानी यांगुन में जाकर फर्जी तरीके से मगध विश्वविद्यालय की ओर से कई लोगों को मानद की फर्जी डिग्री वितरित की. मगध विश्वविद्यालय के नाम पर अनाधिकृत रूप से मानद डिग्री वितरित करना एक संज्ञेय अपराध है. 

 कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही ने कहा है, कि इस तरह का मामला सामने आने के बाद हमारे द्वारा कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. यह स्पष्ट रूप से सामने आ रहा है, कि मगध विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों के द्वारा मगध विश्वविद्यालय की मानद डिग्रियां म्यांमार जाकर वहां की राजधानी यांगुन में फर्जी तरीके से कई को बांटी गई. इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश हमारी ओर से दिया गया है. जो भी डिग्रियां बांटी गई है, पूरी तरह से फर्जी है. फर्जी हस्ताक्षर बना कर यह अपराध किया गया है. इस तरह की कितनी फर्जी डिग्रियां विदेश में बांटी गई है. इसका आंकड़ा जुटाया जा रहा है. पूरे मामले पर कड़ी नजर रखते हुए आगे की जांच और कार्रवाई हो रही है.

 गया से मनीष की रिपोर्ट

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