Barh - बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट ताजपुर फोरलेन पुल के निर्माण कार्य को अथमलगोला के किसानों द्वारा मुआवजे की मांग को लेकर रोक दिया गया है। किसानों का कहना है कि उन्हें अभी तक मुआवजे की सिर्फ 10 प्रतिशत राशि का ही भुगतान किया गया है। बाकी राशि अभी तक प्रदान नहीं की गई है। जब तक मुआवजे की पूरी राशि का भुगतान नहीं किया जाता, तब तक पूल निर्माण कार्य को रोका जाएगा।
कुल 162 किसानों द्वारा मुआवजे की लगातार मांग की जा रही है। किसानों ने बताया कि भूमि की राशि में भी भेदभाव किया गया है। इस संबंध में वहां के प्रमुख राजकिशोर सिंह से भी बात की गई, तो उन्होंने कहा कि समस्या कुछ नही है, नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है, लेकिन पदाधिकारियों की उदासीनता की वजह से करीब 200 किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों का कहना है कि विकास हो, लेकिन जो मुआवजे की साधारण राशि है, किसान 1 लाख रुपए कट्ठा भी मुआवजा लेने के लिए तैयार हैं, फिर भी अभी तक मुआवजे की व्यवस्था नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि एसडीओ और डीएम समय पर समय दे रहे हैं, लेकिन निदान कुछ निकाल नही रहे हैं।
इन पदाधिकारियों का कहना है कि प्राधिकार में जाकर केस कर दीजिए। प्राधिकार में मात्र 8 किसान केस किए हैं बाकी 150 किसान केस नहीं किए हैं। जो केस नहीं किए हैं, उन्हें भी केस लड़ने को बोल रहे हैं। कंपनी को भी सहयोग करके इन सभी को मुआवजे की राशि दिलाने में मदद करनी चाहिए और जल्द से जल्द कार्य को पूरा किया जाना चाहिए। टाल-मटोल के रवैए के कारण ही मजबूरन किसानों ने इस कदम को उठाया है। उन्होंने प्रशासन को फेलियर बताते हुए कहा कि इस काम में न तो एसडीओ और अंचलाधिकारी को कोई इंटरेस्ट है न ही डीएम साहब कोई दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जमीन भी ले लिया और पैसा भी नहीं दे रहे, तो क्या किसान सुसाइड करेंगे, तब कदम उठाया जाएगा? उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों का काम न्याय करना होता है अगर वे न्याय करना छोड़ देंगे तो हम लोगों का क्या होगा.
इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये जिला प्रशासन का काम है जिसे वो अपने स्तर से पूरा करेंगे। बता दें कि अथमलगोला के करजान को समस्तीपुर के ताजपुर से जोड़ने के लिए गंगा नदी पर पुल बनाया जा रहा है। जिन किसानों की इसमें जमीनें गई है, उनके द्वारा लगातार मुआवजे की मांग की जा रही है।
बाढ़ से कृष्ण देव की रिपोर्ट