पश्चिम बंगाल: बिहार में SIR के बाद अब चुनाव आयोग ने एक साथ 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रक्रिया शुरू कर दी। हालांकि सभी जगहों पर तो कमोबेश प्रक्रिया सामान्य रूप से चल रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल में इसे लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है। इस हंगामे में एक और मामला जुड़ गया है BLO की मौत का मामला। पश्चिम बंगाल में SIR कार्य में लगी एक और महिला BLO की मौत हो गई जिसके बाद अब राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे रोकने की अपील की है।
बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में SIR कार्य में लगी एक महिला पारा शिक्षक सह BLO रिंकू तरफदार ने अपने घर में ख़ुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि महिला BLO ने अपने सुसाइड नोट में SIR के दबाव को कारण बताया है। जिसके बाद एक बार फिर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महिला शिक्षिका की मौत पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि एक और महिला BLO पैरा शिक्षक की मौत की खबर सुन कर सदमा लगा। ख़ुदकुशी करने वाली महिला BLO ने अपने सुसाइड नोट में ECI को दोषी ठहराया है। उन्होंने सवाल किया कि और कितनी जानें जाएँगी? इस प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए कितने लोगों को मरने की जरूरत है? हमें और कितनी लाशें देखनी पड़ेंगी?
यह भी पढ़ें - बिहार क्रिमिनल्स के लिए नहीं है, पदभार ग्रहण करने से पहले गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने दे दी बड़ी चेतावनी...
TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने हैरानी जताते हुए कहा कि अमानवीय प्रशासनिक दबाव, डेडलाइन और छोटी गलतियों के लिए सजा के डर ने एक और जिन्दगी तबाह कर दी। चुनाव आयोग की मुश्किल डिजिटल प्रक्रिया, टाइमलाइन, सजा का डर और रात भर निगरानी हमारे कर्मचारियों पर थोपा गया एक मानसिक टार्चर है। यह मानसिक टार्चर हमें मंजूर नहीं है। इस प्रक्रिया को जल्द ही रोक देना चाहिए।
TMC ने SIR प्रक्रिया के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में SIR की प्रक्रिया शुरू होते ही बांग्लादेशी घुसपैठिये अब देश छोड़ कर वापस लौटने लगे हैं। भाजपा एक तरफ इस मुद्दे को अपना हथियार बना रही है तो दूसरी तरफ चुनाव आयोग एक सतत प्रक्रिया के तहत SIR को वोटर लिस्ट शुद्धिकरण बता रहा है।
यह भी पढ़ें - 'ऐसी नौकरी को मैं लात...', शिक्षा विभाग में आकर फंसे शिक्षक के खिलाफ विभाग ने कर दी बड़ी कार्रवाई, अब...