Supaul :- स्कूल में खाना बनाने के दौरान आग लगने से झूलसी रसोइया की इलाज के दौरान मौत हो गई उसके बाद गांव में बवाल मचा हुआ है, परिजन और ग्रामीण मृतक महिला रसोइया के शव को स्कूल गेट के पास रखकर प्रदर्शन किया और मुआवजे की मांग के साथ ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
बताते चलें कि 05 अप्रैल को सुपौल जिले के छातापुर थाना क्षेत्र के उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरिधरपट्टी में रसोईया अमला देवी खाना बना रही थी। इसी दरम्यान गैस सिलेंडर का पाइप लीक हो गया और आग लग गई, जिसमें रसोइया अमला देवी झुलस गई. आनन फानन में स्कूल के शिक्षकों ने घायल रसोइया को इलाज के लिए CHC छातापुर में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद घायल रसोइया अमला देवी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया, फिर घायल की नाजुक स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल से उसे मेडिकल कॉलेज मधेपुरा रेफर कर दिया।
बताया गया कि देर शाम घायल महिला की मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान महिला मौत हो गई। जिसके बाद मृतका का शव उसके घर गिरिधरपट्टी पहुंचा। घटना के बाद लोगों में आक्रोश भड़क गया। इधर घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची छातापुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही महिला का शव गिरिधरपट्टी गाँव पहुंची आक्रोशित लोगों ने शव को उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरिधरपट्टी के गेट के सामने रखकर सड़क को जाम कर दिया। और प्रदर्शन किया।
मामले की सूचना पर छातापुर CO और थानाध्यक्ष गिरिधरपट्टी पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने में जुट गए।काफी जद्दोजहद के बाद छातापुर CO राकेश कुमार, थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार और VIP नेता संजीव मिश्रा के द्वारा आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने और समुचित आश्वासन देने के बाद सड़क जाम को हटाया गया। करीब 6 घंटे तक रही सड़क जाम के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सुपौल से अमरेश की रिपोर्ट