पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस किया और विपक्ष पर जम कर हमला किया। इस दौरान उन्होंने एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी पर चर्चा करते हुए राजद-कांग्रेस को घेरा तो दूसरी तरफ अन्य कई मुद्दों को लेकर भी लालू-राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमले किये। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध दरभंगा में अभद्र टिप्पणी करने के मामले में कहा कि इस मामले अब तक राहुल गांधी या तेजस्वी यादव ने माफ़ी तो दूर घटना की निंदा तक नहीं की। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
वहीं उन्होंने राहुल गांधी को 55 वर्ष का बच्चा कहते हुए कहा कि वे तो 55 वर्ष के बच्चे हैं और अभी बिहार में 1400 किलोमीटर की यात्रा की फिर मलेशिया चले गए। वे तो टूरिस्ट हैं और यात्रा ही करते रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने लालू-तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि आप बिहार में सर्वे करवा लीजिये, अगर 1 प्रतिशत मतदाता भी लालू जी को वोट करने की बात कहें तो फिर मेरे से सवाल कीजियेगा। लालू परिवार और उनकी पार्टी भ्रष्टाचार का प्रतीक है, लालू जी एक पंजीकृत अपराधी हैं। वे अपने आप को नेल्सन मंडेला कहते हैं तो उन्हें मैं क्या ही कहूँ। उनसे पहले कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में पिछड़े वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए काम किया और उन्हें अगर नेल्सन मंडेला कहा जाता तो समझ में आता है लेकिन लालू जी ने क्या किया यह तो सब जानता है।
यह भी पढ़ें - भारत की टीम ने कोरिया को रौंद एशिया कप पर जमाया कब्जा, विश्वकप में एंट्री की पक्की
लालू जी को मात्र एक ही अवार्ड मिल सकता है और वह है 'चोरी का अवार्ड'। लालू जी के राज में बिहार में किस तरह से अराजकता थी यह किसी से छुपी नहीं है, और बिहार के लोग दुबारा उस दौर में नहीं जाना चाहेगी। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जम्मू कश्मीर में भारतीय चिह्न अशोक स्तंभ को तोड़े जाने को लेकर कहा कि वे लोग कभी बिहार का बीड़ी कह कर अपमान करते हैं। कभी वे लोग अशोक स्तंभ तोड़ते हैं, यह एक राष्ट्र विरोधी हरकत है और उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। राजद-कांग्रेस देश को अपमानित करने की कोशिश में जुटी रहती है। वहीं महिला उत्थान योजना के तहत राज्य सरकार की तरफ से महिलाओं को दस हजार रूपये दिए जाने और राजद की तरफ से माई बहिन मान योजना के लिए फॉर्म भरने के मामले में उन्होंने कहा कि यह तो गलत है। आप घोषणा कर सकते हैं, अपने मेनिफेस्टो में शामिल कर सकते हैं लेकिन इस तरह से लोगों को बरगला कर फॉर्म भरवा रहे हैं तो फिर बिहार में पुलिस है और वह अपना काम करेगी।
यह भी पढ़ें - छापेमारी के लिए पहुंची मद्य निषेध विभाग की टीम पर हमला, गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त...
पटना से आलोक कुमार की रिपोर्ट