Jamui - वैशाली जिले के बाद जमुई जिले में एक पुरुष शिक्षक को मैटरनिटी लीव यानी मातृत्व अवकाश देने का मामला सामने आया है। इस कारनामे की वजह से शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
यह मामला जमुई जिले के सोनो प्रखंड का है। ढोंढरी सरकारी मिडिल स्कूल में प्रखंड शिक्षक मोहम्मद जहीर ने नवम्बर महीने में 10 दिन की छुट्टी ली। शिक्षा विभाग के ई शिक्षा कोष पोर्टल पर जब छुट्टियां अपलोड हुईं तो उसमें मैटरनिटी लीव दिखने लगा।सरकारी रिकॉर्ड में शिक्षक मोहम्मद जहीर 18 नवम्बर से 27 नम्बर तक मातृत्व अवकाश पर रहे, जबकि यह संभव नहीं है। मातृत्व अवकाश सिर्फ महिला कार्मियों और शिक्षिकाओं को ही मिलती हैं। गर्भवती होने के दौरान महिला कर्मी मैटरनिटी लीव ले सकती हैं। किसी भी विभाग में पुरुषों को मातृत्व अवकाश देय नहीं हैं। हालांकि, पिता बनने पर बच्चों की देखभाल के लिए उन्हें पैटरनिटी लीव यानी पैतृक अवकाश जरूर मिलता है।
फिलहाल प्रखंड शिक्षक की मैटरनिटी लीव का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जैसे ही यह मामला उजागर हुआ पदाधिकारियों में हड़कंप मच गया और शिक्षा विभाग डैमेज कंट्रोल में लगा है।जिले के सोनो प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी (BEO) सीताराम दास ने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से ऐसा हुआ है। सरकारी वेबसाइट पर गलती से पुरुष शिक्षक के कॉलम में मैटरनिटी लीव की एंट्री हो गई है। इसे जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा।
इससे पहले वैशाली जिले में भी इस तरह का मामला सामने आया था और वहां के भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने सफाई दी थी, पर सवाल उठता है कि पोर्टल पर छुट्टी की एंट्री करने वाले कर्मचारी आंख मूंदकर काम कर रहे हैं या फिर छुट्टी के नाम पर शिक्षा विभाग में बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है, और मामला के उजागर होने के बाद अधिकारी उस पर पर्दा डाल रहे हैं?
जमुई से धनंजय की रिपोर्ट