पटना: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार में किये गए वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दरभंगा में एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के संबंध में अपमानजनक शब्द के प्रयोग के मामले ने बिहार में तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने पहले राहुल-तेजस्वी से इस मामले में माफ़ी की मांग की और जम कर हमले किये फिर गुरुवार को बिहार बंद कर दिया। भाजपा के बिहार बंद को एनडीए के सहयोगी दल जदयू ने भी अपना समर्थन दिया और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। बिहार बंद को सफल बनाने के लिए एक तरफ पूरे बिहार में जहां महिला विंग ने कमान संभाली तो दूसरी तरफ पार्टी के वरिष्ठ नेता भी सड़क पर उतरे और विपक्ष के विरोध में नारे लगाये। राजधानी पटना में बिहार बंद का काफी असर दिखा तो राज्य के अन्य जिलों में भी कहीं ज्यादा तो कहीं कम असर दिखा।
राजधानी पटना में एनडीए कार्यकर्ताओं ने आयकर चौराहा और डाकबंगला चौराहा पर सड़क जाम कर खूब नारेबाजी की। बिहार बंद को समर्थन देने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रविशंकर प्रसाद, संजय मयूख समेत कई बड़े नेता उतरे और कार्यकर्ताओं के साथ आयकर चौराहा पर सड़क पर ही बैठ गए। इसके साथ ही बिहार के अन्य जिलों में भी एनडीए कार्यकर्ताओं ने विपक्ष के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सड़क जाम किया। गया जी में भी मंत्री डॉ प्रेम कुमार कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरे और विपक्ष के विरुद्ध नारेबाजी की।