Gaya Ji : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 सितंबर 2025 को गया जी का दौरा किया, जहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध पितृ पक्ष मेला 2025 की तैयारियों का जायजा लिया और विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना की। यह दौरा न केवल धार्मिक, बल्कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि पितृ पक्ष मेला बिहार का एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जो देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यह मेला 6 सितंबर से 21 सितंबर तक आयोजित होने वाला है और इसके लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण
नीतीश कुमार गया हवाई अड्डे से सीधे विष्णुपद मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान विष्णु के चरण चिह्नों की पूजा की। यह मंदिर हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यहाँ पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण जैसे अनुष्ठान किए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का निरीक्षण भी किया और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का जायजा लिया। उनके इस दौरे में जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, जैसे जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, प्रमंडलीय आयुक्त डॉ. सफीना एएन, और नगर आयुक्त कुमार अनुराग उनके साथ मौजूद रहे।
फाल्गु नदी की सफाई के लिए ट्रैश बोट का इस्तेमाल
पितृ पक्ष मेला, जिसे मोक्ष प्राप्ति का महापर्व माना जाता है, गया जी में 54 पिंड वेदी स्थलों पर आयोजित होता है, जिनमें विष्णुपद मंदिर, फाल्गु नदी, अक्षयवट, और प्रेतशिला प्रमुख हैं। इस वर्ष मेले को और भव्य बनाने के लिए प्रशासन ने कई नवाचार किए हैं। पहली बार, श्रद्धालुओं की गिनती के लिए मशीनों का उपयोग किया जाएगा, और फाल्गु नदी की सफाई के लिए ट्रैश बोट का इस्तेमाल होगा। इसके अलावा, मेला क्षेत्र को तिरंगा और रोप लाइट से सजाया जाएगा, और सीता पथ पर प्रतिदिन लेजर लाइट शो का आयोजन होगा, जो गया जी के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को दर्शाएगा।
श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र का भ्रमण कर विभिन्न व्यवस्थाओं, जैसे साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश, और आवास की जाँच की। इस बार 18,000 लोगों के लिए 64 स्थानों पर आवास की व्यवस्था की गई है, जिसमें 2500 क्षमता वाली टेंट सिटी भी शामिल है। विष्णुपद मंदिर के पास 24 घंटे संचालित होने वाला कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर (92666 28168, 0631-2222500, 0631-2222253/59) श्रद्धालुओं की सहायता के लिए स्थापित किए गए हैं। नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाएँ समय पर पूरी हों।
इस दौरे के बाद, नीतीश कुमार समाहरणालय पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने मेले को "अतिथि देवो भवः" की भावना के साथ आयोजित करने पर जोर दिया, ताकि श्रद्धालु सकारात्मक अनुभव के साथ लौटें और गया जी की महत्ता को और बढ़ावा मिले। यह दौरा न केवल मेले की तैयारियों को गति देगा, बल्कि बिहार की धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं को भी मजबूत करेगा।
गयाजी से मनीष कुमार की रिपोर्ट
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