बिहार प्रदेश जीविका कैडेट संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने बिहार पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा है। प्रदीप कुमार ने कहा की सरकार के इशारे पर पुलिस पूरी तरह से दमनकारी हो चुकी है।वह सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाने में लगी है पूरे मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख जीविका कैडेट है जो कि पिछले 3 महीने से अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं लेकिन सरकार के प्रतिनिधियों के द्वारा अब तक उनके मामले को संज्ञान में नहीं लिया गया है और ना ही उनकी मांगों को पूरा किया जा सका है।जिसे देखते हुए प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में बीते 26 नवंबर को पटना के गर्दनीबाग में सभी जीविका कैडरों को एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया गया था, लेकिन प्रदर्शन से ठीक 1 दिन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह को सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें लगभग 24 घंटे तक हिरासत में लेकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक घूमते रहे। इस दौरान प्रदीप कुमार का मोबाइल भी पुलिस के द्वारा जप्त कर लिया गया था, जिस पर ट्रेड यूनियन एक्टू एवं गोप गुट ने विरोध जताया है और घटना की निंदा की है। नेताओं ने कहा कि अब नीतीश कुमार यूपी और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए दमनकारी रूप अख्तियार कर चुके हैं। ट्रेड यूनियन के नेता को गिरफ्तार नहीं बल्कि अपहरण कर लिया गया था अब इस घटना को लेकर एक्टू एवं गोप गुट द्वारा राज्य व्यापी आंदोलन किया जाएगा और दोषी सभी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग सरकार से की है