पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में भागलपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल का इस बार टिकट कट गया है। टिकट कटने के बाद भी उनका लगाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति कम नहीं हुआ है लेकिन इसके पीछे उन्होंने सवर्ण नेताओं को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ कर जदयू के उम्मीदवार को भारी मतों से हराने का भी दावा किया। मीडिया से बात करते हुए गोपाल मंडल ने कहा कि हम सीएम नीतीश से मिलने गए थे लेकिन उनके अगल बगल में रहने वाले नेताओं ने मुझे मिलने नहीं दिया। अगर हम मिल लेते तो फिर मेरा टिकट नहीं कटता।
गोपाल मंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछड़े, अति पिछड़े वर्ग के बल पर मुख्यमंत्री बने लेकिन उनके आसपास सवर्ण नेता अपना अड्डा जमाए रहते हैं। उन लोगों को मैं अच्छे से जानता हूं। वहां अगर कोई पिछड़ा वर्ग का नेता होता तो मैं नीतीश कुमार से जरुर मिलता और मेरा टिकट भी नहीं कटता। गोपाल मंडल ने दावा किया कि वे अब निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे और जीत कर एक बार फिर से नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन देंगे। जदयू से टिकट कटने की स्थिति में महागठबंधन से ऑफर मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नहीं उस गठबंधन में जाना ही नहीं है, हम तो निर्दलीय ही लड़ेंगे और फिर से नीतीश कुमार को अपना समर्थन देंगे
यह भी पढ़ें - बिहार चुनाव में कल से होगी योगी आदित्यनाथ की एंट्री, दो विधानसभा क्षेत्र में करेंगे जनसभा...
वहीं टिकट काटे जाने के कारण के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो मुझे नहीं पता है कि मेरा टिकट क्यों कटा लेकिन इतना पता है कि अगर मैं नीतीश कुमार से मिल लेता तो मेरा टिकट नहीं कटता। उन्होंने भागलपुर के नए प्रत्याशी के बारे में सवाल पर कहा कि वह मेरे सामने कहीं नहीं टिकेगा। उसका अपना कोई जनाधार नहीं है। वहीं उन्होंने हथियार लहराने के कारण टिकट काटे जाने के सवाल पर कहा कि मैं कोई छुपा कर हथियार थोड़े रखता हूं वह तो सब लाइसेंसी ही है। अगर कहीं मेरे ऊपर हमला हो जायेगा तो सिक्यूरिटी गार्ड अपने आप को बचाते हुए पोजीशन लेगा लेकिन मेरे पास रहता है तो हम तो एक दो क्रिमिनल को वहीं ढेर कर देंगे। वहीं
यह भी पढ़ें - बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले: NDA- महागठबंधन नहीं बल्कि इन इनके साथ पारस करेंगे...