Gopalganj : बिहार के गोपालगंज आई खबर दिल दहला देने वाली खबर है दरअसल गोपालगंज जिला के कुचायकोट थाना गेट के सामने एक मानसिक रूप से बीमार महिला को करीब एक दर्जन कुत्तों के द्वारा काट कर जख्मी कर दिया गया है। महिला का हालत गंभीर बना हुआ है और उसका उपचार चल रहा है।
कुत्तों के द्वारा महिला को काटने का यह घटना करीब करीब 15 मिनट तक चला लेकिन महिला को बचाने के लिए कोई सामने नहीं आया। इस 15 मिनट के घटना में करीब 3 मिनट का महिला को कुत्तों के द्वारा काटे जाने का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें महिला पूरी तरह नग्न अवस्था में है और महिला को चारों तरफ से करीब एक दर्जन कुत्ते नोच रहे हैं काट रहे हैं महिला रो रही है चिल्ला रही है। लेकिन, आश्चर्य की बात यह है की महिला की आवाज किसी को सुनाई नहीं दी।
वहीं स्थानीय लोगों की अगर बात करें तो हो सकता है सारे दिन के काम की थकान के बाद लोग अपने-अपने घरों में पंखा कूलर चला कर सो गए होंगे और कोई महिला की आवाज नहीं सुनी होगी। लेकिन यह कैसे हो सकता है कि कुचायकोट थाना गेट के सामने इस तरह की घटना हो रही है। लेकिन, थाने में तैनात कोई पुलिस पदाधिकारी या किसी कर्मचारी के कान में महिला की आवाज नहीं गई और ना ही इस घटना के बारे में उन लोगों को कुछ पता चला। जबकि, हर थाने में एक संत्री की नियुक्ति होती है जो कि थाना गेट से लेकर पूरे थाने पर अपनी नजर बनाकर रखा रहता है। ताकि, थाने के अंदर रात्रि की समय कोई सामाजिक तत्व या कोई व्यक्ति प्रवेश न कर सके लेकिन धन्य है बिहार सरकार की पुलिस और धन्य है बिहार सरकार की थाना। जहां पर निर्दोष लोगों को किस तरह फंसा कर उसे जबरन कैसे अवैध सूली किया जा सके इस कला को सीखने के लिए ना कोई समय की पाबंदी है और ना कोई सीमा। लेकिन थाना गेट के सामने एक अबला महिला जिसको करीब एक दर्जन कुत्ते उसको नोच रहे हैं काट रहे हैं उसके कपड़े को फाड़ रहे हैं उसके शरीर को हर जगह काट रहे हैं खींच रहे हैं महिला खून से लटपट हो गई है महिला अपने बचने के लिए चिल्ला रही है रो रही है लेकिन बिहार की सुशासन बाबू की सरकार की पुलिस के कान में उसे महिला की आवाज नहीं पहुंच पाई और ना ही पुलिस को यह सब आंखों से दिखा। इस घटना के बाद से एक बात को साफ हो गया कि अपराध चाहे आपको थाना गेट के सामने कर दें या थाना की थाना से 10 किलोमीटर दूर पुलिस की नजर आप पर नहीं पड़ेगी क्योंकि पुलिस अपनी ड्यूटी में आंख कान खोलकर नहीं आंख बंद करके आराम से किसी कोने में सो कर डिप्टी कर रही है
आवारा कुत्तों के हमले से पूरी तरह जख्मी हो चुकी महिला की सूचना किसी ने अस्पताल में दी जहां से एंबुलेंस आया और महिला को ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया दिया। अस्पताल प्रशासन के अनुसार महिला से जब बात किया गया तो उसने अपना नाम सरिता देवी बताया अपना उम्र 50 वर्ष करीब बताया वही अपने पति का नाम शेर बहादुर और अपना घर भरपूरवा थाना और जिला दोनों आजमगढ़ बताइए।
कलयुग के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरो द्वारा कुचायकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला का उपचार किया जा रहा है। महिला की हालत चिंताजनक है डॉक्टर हर संभव महिला को बचाने में लगे हुए है।
गोपालगंज से शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव की रिपोर्ट