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11 साल से फरार हार्डकोर नक्सली को औरंगाबाद पुलिस ने पकड़ा..

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Aurangabad :- नक्सलियों के खिलाफ औरंगाबाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. 11 साल से फरार चल रहे हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है.

गिरफ्तार नक्सली मुकेश यादव उर्फ सूर्यदेव यादव औरंगाबाद के रफीगंज प्रखंड में कासमा थाना के खैरा मनोरथ गांव का निवासी है। पुलिस ने उसे उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह अपने गांव आया हुआ था। इसकी खुफिया सूचना मिलते ही पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी कर उसे धर दबोंचा। 

   औरंगाबाद के सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(एसडीपीओ)-2 अमित कुमार ने बताया कि 2014 में पुलिस ने उस वक्त नक्सलियों की मांद कहे जानेवाले चाल्हो जोन में बड़े जमावड़े की सूचना पर माओवादियों के खिलाफ बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था। ऑपरेशन के दौरान नक्सली पुलिस के भय से भाग खड़े हुए थे लेकिन मौके से हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामानों की बरामदगी हुई थी। इस मामले को लेकर सलैया थान में प्राथमिकी संख्या-10/14 दर्ज की गई थी। प्राथमिकी में 40 से अधिक नक्सलियों को आरोपी बनाया गया था। गिरफ्तार नक्सली मुकेश यादव उर्फ सूर्यदेव यादव उन्ही में से एक था। इस मामले में शामिल नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार जारी प्रयास में पुलिस ने कई नक्सलियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अंततः मुकेश को भी गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी।
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली मुकेश यादव संगठन का हार्डकोर सदस्य था। वह पार्टी के लिए ठेकेदारों, ईंट भट्ठा संचालकों, कारोबारियों से लेवी वसूलने, नए लोगों को संगठन से जोड़ने, ग्रामीण क्षेत्र में रहकर संगठन के लिए खुफिया जानकारी प्राप्त कर संगठन के लोगों तक पहुंचाने और नक्सलियों हो हथियार तथा संगठन की गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित करने की ट्रेनिंग देने का काम करता था। गुप्त सूचना मिलने पर नक्सली मुकेश यादव की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का भी गठन किया गया था। एसआइटी ने ही उनके नेतृत्व में छापेमारी कर उसे धर दबोंचा। एसआइटी को सूचना मिली कि मुकेश यादव अपने गांव खैरा मनोरथ स्थित घर आया हुआ है। इसके बाद पुलिस टीम ने घर की घेराबंदी कर छापेमारी की और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने नक्सली गतिविधियों में शामिल होने की बात स्वीकार की। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह
गांव-गांव जाकर ग्रामीणों की बैठक करता था और उन्हें नक्सली संगठन से जुड़ने के लिए प्रेरित करता था। साथ ही नक्सलियों को प्रशिक्षण देने का भी काम करता था।
गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ के दौरान पुलिस को कई खुफिया इनपुट हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर विभिन्न ठिकानों पर शीघ्र छापेमारी की जाएगी।एसआइटी टीम में उनके अलावा कासमा थानाध्यक्ष इमरान आलम, सलैया थानाध्यक्ष कन्हैया शर्मा, एसटीएफ, औरंगाबाद, एसटीएफ एवं जिला पुलिस के सशस्त्र बल शामिल रहे।
औरंगाबाद से गणेश की रिपोर्ट

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