Join Us On WhatsApp

परिवार के साथ जाना था कुंभ स्नान, पर छुट्टी से पहले हुए शहीद हुए आर्मी जवान..

He had to go for Kumbh bath with his family, but the army ja

Gaya :-लेह में पोस्टेड आर्मी जवान संतोष की पानी टैंकर ब्लास्ट में मौत हो गई. वे छुट्टी लेकर घर आने वाले थे और परिवार के साथ महाकुंभ स्नान के लिए जाने वाले थे लेकिन उनके आने से पहले उनकी मौत की खबर आई.

शहर के डेल्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत खरखूरा के संतोष कुमार लेह में पानी का टैंकर ब्लास्ट होने से शहीद हो गए हैं। खबर मिलने के बाद परिवार में शोक का माहौल है। इस तरह के अप्रिय खबर मिलते ही परिजनों में चीख पुकार मच गया।परिजनों का कहना है कि उन्होंने इसी महीने महाकुंभ स्नान करने का वादा किया था। परिवार के सारे लोग साथ जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले हीं  उनके मौत की खबर आ गई। 


परिजनों के अनुसार आर्मी के अधिकारी ने इसकी जानकारी फ़ोन पर दी है। बताया कि चुमाथांग लेह में थल सेना के क्वार्टर के समीप पानी टैंकर में ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट में इनके अलावा एक और दो जवान की जान चली गई है। शहीद जवान संतोष कुमार मूल रूप से जिले के परैया थाना क्षेत्र अंतर्गत अमोखर गांव में उनका पैतृक निवास है। वर्तमान में शहर के डेल्हा थाना के भलुआही खरखुरा में उन्होंने नया घर बनवाया था। परिवार के लोग यहीं रहते थे। शहीद हो जाने की खबर मिलते ही गया शहर में शोक का माहौल है।पति के शहीद होने की खबर मिलते ही पत्नी कनक कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसने बताया कि सुबह में उनसे बात हुई थी। इसके बाद दोपहर में एक फ़ोन कॉल आया कि पानी का टैंकर  विस्फोट में उन्हें चोटे लगी है। फिर मौत की खबर आई।


 पत्नी कनक अपने पति को याद करते-करते बेसुध हो जा रही है।सुबह में आधा घंटा बात हुई थी। फिर दोपहर में फोन आया कि उन्हें चोट लगी है। घर के किसी अन्य सदस्य का फोन नंबर देने के लिए बोल रहे थे। फोन नंबर देने के बाद घर वालों को बताया कि वे शहीद हो गए।ससुर रामनरेश प्रसाद बताते हैं कि चुमाथांग लेह से आर्मी के पदाधिकारी ने फोन किया कि पानी का टैंकर फटा है। संतोष कुमार को चोट लगी है बाद में संतोष कुमार के मौत हो जाने की सूचना आई।मंगलवार को पार्थिव शरीर लाया जाएगा।

 ससुर रामनरेश प्रसाद ने बताया कि क्वार्टर के पास यह घटना हुई जिसमें दो जवान शहीद हो गए। इसमें एक मेरे दामाद थे। अंतिम बार दिसंबर में आए थे।महाकुम्भ स्नान चलने की प्लानिंग बनी थी लेकिन इसके बीच शहादत की खबर आयी. पुत्र शिवम कुमार ने बताया कि "संतोष कुमार 71 इंजीनियर रेजीमेंट में सूबेदार के पद पर पोस्टेड थे।12 बजे अपराह्न के लगभग फोन आया था जिसमें आर्मी के पदाधिकारी के द्वारा इस घटना की जानकारी दी गई।बताया कि सुबह में मां ने बात की थी। सब कुछ सही था लेकिन घंटे-दो घंटे बाद ही उनके शहीद होने की खबर आई।

 गया से मनीष की रिपोर्ट

Scan and join

darsh news whats app qr
Join Us On WhatsApp