रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बड़े स्टार प्रचारक और राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन अपने चुनाव अभियान को लेकर पूरी तरह संतुष्ट दिखे। उन्होंने पत्रकार संवाद में पत्रकारों के प्रत्येक सवालों का जवाब दिया वहीं राजनीतिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा भी की।
हेमंत के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव के यहां कल हुई आयकर की छापेमारी के सवाल पर कहते हैं कि पहली बार चुनाव के समय केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई दिख रही है। हालांकि वे चुनाव के दौरान राज्य पुलिस की छापेमारी का भी उल्लेख करते हैं। जवाब के रूप में ही सवाल करते हैं कि विरोधियों के यहां इतना पैसा कहां से आया। बता दे की हाल ही में जीडी गोयंका स्कूल में राज्य पुलिस ने छापेमारी की थी जहां करोड़ों रुपए मिले थे।
हेमंत सोरेन ने झारखंड में किसकी सरकार बनेगी एनडीए या इंडिया गठबंधन इस सवाल पर उन्होंने कहा कि 23 नवंबर का इंतजार कीजिए, सब सामने आ जाएगा। वही एनडीए के आक्रामक प्रचार अभियान पर सवाल भी किया कहा इन्हें महाराष्ट्र से अधिक झारखंड की चिंता क्यों है? इशारों इशारों में कहा कि उनका नजर झारखंड के खनिज संपदा पर है। हेमंत का मानना है कि उनकी सरकार ने पांच वर्षों में जो लकीर खींच दी है, वह एनडीए के लिए बड़ी दीवार साबित होगी।
हेमंत सोरेन जिस मंच पर बैठकर संवाद कर रहे थे उसके पीछे पोस्टर लगा था। इसी पोस्ट से संबंधित जब सवाल पूछा गया कि आपने 'एक ही नारा, हेमंत दोबारा' का पोस्टर लगाया है। यदि आपका नारा हकीकत में बदलता है तो आपकी नई सरकार में झारखंड की क्या दशा होगी?
जवाब : हम सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम करेंगे। युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने, महिला सशिक्तकरण, डायन-बिसाही पर रोक हमारी प्राथमिकता होगी। हमने कई नियुक्ति नियमावलियां बनाकर नौकरी के दरवाजे खोल रखे थे। उसमें युवाओं की एंट्री ही होनेवाली थी कि हमारी परीक्षा की घड़ी आ गई। हमने पांच वर्षों में जो लकीर खींच दी है वह एनडीए के लिए बड़ी दीवार साबित होगी। हमें तो अपने कार्यकाल का पूरा समय भी नहीं मिला। चुनाव पहले हो रहा है। आखिर क्या विपत्ति आ गई कि समय से पहले चुनाव कराना पड़ा? मुझे भी इसका जवाब जानने का जिज्ञासा है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।