पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा एकदम से चढ़ा हुआ है। एक तरफ NDA और महागठबंधन में वार पलटवार का सिलसिला लगातार जारी है तो दूसरी तरफ जनसुराज और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बिहार चुनाव को लेकर एक तरफ महागठबंधन शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, भ्रष्टाचार, अपराध को मुद्दा बना कर लोगों को अपने पक्ष में करने की कवायद में जुटा है तो दूसरी तरफ NDA अपने विकास कार्यों के बल पर। इधर प्रशांत किशोर और AIMIM भी अपने तरीके से मतदाताओं को गोलबंद करने में जुटे हैं। महागठबंधन की तरफ से CM और डिप्टी CM फेस की घोषणा के बाद से ओवैसी ने इसे एक मुद्दा ही बना लिया है।
किशनगंज में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने महागठबंधन पर जम कर निशाना साधा और कहा कि मुकेश सहनी कहते हैं कि उनके मल्लाह समाज को पूरा भरोसा है कि वह उनका उद्धार कर सकते हैं। जब 3 प्रतिशत की आबादी वाले मल्लाह समाज के नेता मुकेश सहनी उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो 17 प्रतिशत की आबादी वाले मुस्लिम समुदाय से मोहम्मद का बेटा सीएम या पीएम क्यों नहीं बन सकता है। इसके साथ ही उन्होंने सीमांचल की उपेक्षा करने का आरोप बिहार के राजनीतिक दलों पर लगाया और कहा कि जदयू और राजद दोनों ने सिर्फ ठगा है। सीमांचल में समस्याओं का अंबार है लेकिन इन पार्टियों को आज तक उसके समाधान का ख्याल नहीं आया।