बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद अब सूखे नशे का कारोबार ने अपना पैर जमाना शुरू कर दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में दूसरे जगहों से सूखे मादक पदार्थ के साथ ही विभिन्न प्रकार की दवाओं का कारोबार काफी बढ़ गया है। हालांकि इस मामले में पुलिस कार्रवाई भी कर रही है लेकिन अवैध नशे के कारोबारियों ने अब आम नशेड़ियों के साथ ही छात्रों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
अवैध नशा कारोबार के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने भारी मात्रा में नशे का इंजेक्शन बरामद किया है। मामले की जानकारी देते हुए सदर एएसपी अभिनव कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नशे के तीन कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग राजधानी पटना के विभिन्न कॉलेज और कोचिंग संस्थानों के बाहर खड़ा हो कर छात्रों को अपना निशाना बनाते हैं और उन्हें नशा का लत लगाते हैं। पहले ये लोग उन्हें सस्ते में नशा का सामान बेचते हैं और एक बार चंगुल में फंसने के बाद फिर वही छात्र इनके मुख्य ग्राहक बन जाते हैं।
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एएसपी ने बताया कि कंकड़बाग इलाके में नशीली इंजेक्शन के विरुद्ध हमलोग लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीते 8 दिसम्बर को इंजेक्शन बेचे जाने की सूचना मिली जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक महिला सोनम देवी, अमरजीत कुमार और रवि पासवान को कंकड़बाग इलाके के झोपड़पट्टी से गिरफ्तार किया। ये लोग झुग्गी झोपडी में रहते हैं और उनके पास से करीब डेढ़ सौ इंजेक्शन बरामद किया गया है। पूछताछ में इनलोगों ने नशे के कारोबारियों की जानकारी दी है और हमलोग इस संबंध में कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीते दिनों कंकड़बाग इलाके से भारी मात्रा में बरामद इंजेक्शन मामले से इनका संपर्क है और उसी गिरोह के सदस्य हैं। ये लोग राजधानी पटना के विभिन्न इलाकों में कोचिंग संस्थानों के आसपास सड़क पर खड़ा हो कर छात्रों को अपने झांसे में लेकर नशे का कारोबार करते थे।
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