Bhagalpur:- बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा और अभिनेत्री फरहा की एक फिल्म आई थी मरते दम तक जिसका एक गाना था ' छोड़ेंगे ना हम तुम्हारा साथ ओ साथी मरते दम तक' इस गाने को भागलपुर में एक बुजुर्ग दंपति ने पूरी तरह से सार्थक किया है. साथ-साथ जीवन निभाने का वादा करने वाले इस बुजुर्ग ने साथ-साथ एक ही अर्थी पर अंतिम विदाई ली है.
मामला भागलपुर जिले केयली खुटाहा बथानी चौक की है. यहां एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने सभी को भावुक कर दिया. 80 वर्षीय चंदन यादव और उनकी पत्नी रामबतिया देवी ने साथ जीने-मरने की कसमें को बखूबी निभाई है.मिली जानकारी के अनुसार चंदन यादव अपने घर लौटे, तो उन्हें पता चला कि उनकी जीवन संगिनी रामबतिया देवी का एक घंटे पहले निधन हो गया यह खबर सुनते ही वे अंदर से टूट गए सदमे में उनका शरीर कांपने लगा और वे वहीं ज़मीन पर गिर पड़े कुछ ही क्षणों में उन्होंने भी दम तोड़ दिया. एक साथ जीने वाले इस जोड़े ने एक साथ इस दुनिया से विदा ली
आज के रिश्तों के लिए एक मिसाल
आज के समय में जहां रिश्ते तलाक, विवाद और हत्या जैसे गंभीर मोड़ पर पहुंच जाते हैं, वहां चंदन यादव और रामबतिया देवी का प्रेम और एक दूसरे के प्रति समर्पण समाज के लिए प्रेरणा बन गया है. जिंदा रहते हुए भी उन दोनों के आपसी व्यवहार की तारीख होती थी, और अब एक साथ दुनिया से जुड़ा लेने के बाद भी उनकी चर्चा हो रही है. अंतिम यात्रा में दोनों की अर्थी एक साथ उठी, जैसे वे कह रहे हों — हमारे रिश्ते का अंत एक साथ ही होगा
बच्चों को दी अच्छी परवरिश
बताते चलने की सामान्य परिवार से आने वाले चंदन यादव और राम बतिया देवी ने अपनी मेहनत और लगन से अपने पूरे परिवार को आगे बढ़ाने के लिए दी जान लगा दिया और अच्छी परवरिश की जिसका फल अभी देखने को मिल रहा है. उनके तीन बेटे हैं. अनिल यादव मोतिहारी में सब इंस्पेक्टर हैं, विकास यादव कृषि विभाग में कार्यरत हैं और डब्लू यादव गया में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं, जबकि उनका पोता कोमल यादव वर्तमान में पंजाब में एसपी पद पर तैनात हैं.