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SIR में यहां कटा सबसे अधिक मतदाता का नाम तो पटना में..., नाम जोड़ने के मामले में...

SIR में यहां कटा सबसे अधिक मतदाता का नाम तो पटना में..., नाम जोड़ने के मामले में...

In SIR, the maximum number of voters' names were deleted her
SIR में यहां कटा सबसे अधिक मतदाता का नाम तो पटना में..., नाम जोड़ने के मामले में...- फोटो : Darsh News

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले गहन मतदाता पुनरीक्षण को लेकर खूब हंगामा हुआ। हंगामे के बावजूद SIR की प्रक्रिया लगातार जारी रही और अब चुनाव आयोग ने अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार SIR में बिहार में सबसे अधिक नया नाम पटना समेत मगध क्षेत्र में जोड़ा गया जबकि सीमांचल क्षेत्र में सबसे अधिक मतदाताओं के नाम हटाए गए। पूरे बिहार में वोटरों के नाम हटाए जाने का औसत दर 5.9 प्रतिशत है जबकि किशनगंज में 9.69 प्रतिशत, पूर्णिया में 8.41 प्रतिशत, कटिहार में 7.12 प्रतिशत और अररिया में 5.6 प्रतिशत। 

वहीं गोपालगंज में 12.13 प्रतिशत लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं। इसके साथ ही सीमांचल में नए वोटरों को जोड़ने का दर 2.4 प्रतिशत रही जबकि बिहार का औसत दर 2.3 प्रतिशत। मगध में औसतन 2.6 प्रतिशत वोटरों की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मगध के जिलों में पटना में सबसे ज्यादा नए वोटर जुड़े हैं। पटना में 3.4 प्रतिशत वोटरों की बढ़ोतरी हुई है। यानी पटना में 1.6 लाख नए वोटर जुड़े हैं। बता दें कि बिहार में SIR प्रक्रिया में 7.89 करोड़ मतदाताओं का वेरिफिकेशन किया गया और ड्राफ्ट सूची में 65 लाख नाम हटा कर 7.3 मतदाताओं के नाम शामिल किए गए थे जबकि अंतिम मतदाता सूची में 7.42 करोड़ मतदाताओं के नाम शामिल हैं।

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